देहरादून: आगामी लोकसभा चुनाव में अभी कुछ ही महीने बाकी हैं, जिसको लेकर पार्टियों ने कमर कस ली है. आचार संहिता लगने से पहले भाजपा चुनाव की तैयारियों को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी कड़ी में केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को देहरादून पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने पूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवारों से मुलाकात की और उनको संबोधित किया. साथ ही रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शहीद परिवार के पैर छू कर आशीर्वाद लिया.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को देहरादून के गढ़ी कैंट में सम्मान समारोह कार्यक्रम में शिरकत की. इस कार्यक्रम में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, कैंट बोर्ड के अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुभाष पंवार, उपाध्यक्ष सुनील कुमार मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान शहीद परिजनों को सम्मानित करके रक्षा मंत्री ने पैर छुए.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण देहरादून के क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में प्रस्तावित 15 करोड़ 60 लाख रुपये के लागत की पेयजल परियोजना का शिलान्यास किया. बीते लंबे समय से क्लेमेंट टाउन क्षेत्र के लोगों को हैंडपंप की मदद से पानी की आपूर्ति मिल रही है, जिसके कारण इस क्षेत्र में आए दिन पानी की किल्लत बनी रहती है.
रक्षा मंत्री सीतारमण ने कहा कि उत्तराखंड और सेना का रिश्ता ससुराल-मायके जैसा है. न सिर्फ उनके मायके बल्कि ससुराल पक्ष की भी चारधाम में गहरी आस्था है. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड से उन्हें बेहद लगाव है साथ ही पीएम मोदी भी उत्तराखंड को बेहद पसंद करते हैं.
वन रैंक वन पेंशन पर बात करते हुये रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने पूर्व सैनिकों की इस मांग को सालों तक लटकाए रखा और अब जब वर्तमान सरकार काम कर रही है तो वो इसमें खामियां गिनवा रहे हैं और पूर्व सैनिकों को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी के दिल में किसी तरह का संदेह है तो उनसे जवाब मांगिए. वो हर सवाल का जवाब देंगी.
वहीं, पूर्व सैनिकों की ईसीएचएस पॉलिक्लीनिक की मांग पर सीतारमण ने कहा कि इसकी स्वीकृति दी जा चुकी है, जल्द कार्रवाई होगी. पूर्व सैनिकों की परेशानी को समझते हुये पॉलिक्लीनिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है. प्राइवेट पॉलीक्लीनिक में कुछ गड़बड़ियां थीं इसलिये इनकी जांच कराने का फैसला लिया गया तभी कार्रवाई में देर हुई.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के संबोधन के कुछ खास अंश
- उत्तराखंड और सेना का रिश्ता ससुराल और मायके जैसा.
- यहां के वीर जवान हमेशा देश रक्षा के लिए आगे रहते हैं.
- पहले की सरकारों ने कभी सैनिकों को सम्मान देने की नहीं सोची.
- हमारी सरकार ने सैनिकों के सम्मान में वॉर मेमोरियल बनावाया.
- वॉर मेमोरियल देश के हर शहीद और उसके परिवार के लिए सम्मान का स्थल.
- मोदी सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों की बेहतरी के लिए कर रही काम.
- पिछली सरकार ने OROP के लिये केवल 500 करोड़ की धनराशि जारी की.
- हमारी सरकार 3 सालों में 35 हजार करोड़ ट्रांसफर कर चुकी है.
- आने वाले सालों में हर साल 8 हजार करोड़ जोड़े जाएंगे.