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YouTube Channel लाइक सब्सक्राइब करने का झांसा देकर मूक बधिर से ठगे 13 लाख, आखिर करना पड़ा सरेंडर - देहरादून अपराध समाचार

अगर कोई आपको फोन कॉल या व्हाट्सएप कॉल करके कमाई करने का लालच देता है तो उसके जाल में कतई नहीं फंसे. देहरादून के एक मूक बधिर को व्हाट्सएप कॉल आई. इस युवक को यूट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्सक्राइव करने पर पैसे मिलने का लालच दिया गया. पैसे तो नहीं मिले लेकिन युवक से 13 लाख से ज्यादा ठग लिए गए. इसके बाद उत्तराखंड की साइबर पुलिस ने ऐसा दबाव बनाया कि आरोपी ने खुद देहरादून आकर सरेंडर कर दिया.

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देहरादून साइबर अपराध
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Published : Jun 27, 2023, 6:41 AM IST

Updated : Jun 27, 2023, 9:34 AM IST

देहरादून: यूट्यूब चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करने के नाम पर आम जनता को ठगी का शिकार बनाने वाले आरोपी ने एसटीएफ के सामने खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया. खुद आत्मसमर्पण करने वाले आरोपी के दो साथियों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

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साइबर ठग ने आत्मसमर्पण किया

ये है ठगने की पूरी दास्तान: साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में पीड़ित विक्रम कुमार पडाला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह एक मूक बधिर है. उनके साथ अज्ञात आरोपियों द्वारा स्वयं को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यूट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्सक्राइव करने का टास्क देकर लाभ कमाने का झांसा दिया गया. इसके बाद क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया. फिर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग वेबसाइट के लिंक भेजकर निवेश और टास्क करने के लिए कहा गया. जिसके बाद अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचकर पीड़ित को टास्क और क्रिप्टो करेन्सी में निवेश के नाम पर अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग लेनदेन के माध्यम से ऑनलाइन कुल 13,11,900 रुपये (तेरह लाख ग्यारह हजार नौ सौ) की धोखाधड़ी की गई. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है.

मूक बधिर को झांसा देकर 13 लाख से ज्यादा ठगे: टीम द्वारा मामले की जांच करने के बाद पीड़ित के साथ 13,11,900 रुपये की धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई है. सम्पूर्ण भारत के अलग-अलग राज्यों में गिरोह द्वारा लाखों की धोखाधड़ी की गई है. टीम ने घटना में प्रयोग मोबाइल नंबर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो पता चला कि पीड़ित की धनराशि दिल्ली और राजस्थान के जयपुर में ट्रांसफर हुई. जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने दो आरोपियों को जयपुर से पकड़ा है. तीसरे सदस्य पिंटू मीणा निवासी जयपुर ने खुद ही साइबर पुलिस स्टेशन देहरादून में सरेंडर कर दिया.
ये भी पढ़ें: ड्रग्स पार्सल के नाम पर पहले महिला को डराया, फिर मुंबई पुलिस की DSP बन ठगे 2 लाख रुपए

व्हाट्सएप के माध्यम से किया था संपर्क: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर ठगों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर स्वयं को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यूट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्स्क्राइब करने के टास्क देकर ठगी की गई. तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है. आयुष अग्रवाल ने लोगों से सावधान रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी भी लालच में न फंसे.

देहरादून: यूट्यूब चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करने के नाम पर आम जनता को ठगी का शिकार बनाने वाले आरोपी ने एसटीएफ के सामने खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया. खुद आत्मसमर्पण करने वाले आरोपी के दो साथियों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

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साइबर ठग ने आत्मसमर्पण किया

ये है ठगने की पूरी दास्तान: साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में पीड़ित विक्रम कुमार पडाला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह एक मूक बधिर है. उनके साथ अज्ञात आरोपियों द्वारा स्वयं को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यूट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्सक्राइव करने का टास्क देकर लाभ कमाने का झांसा दिया गया. इसके बाद क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया. फिर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग वेबसाइट के लिंक भेजकर निवेश और टास्क करने के लिए कहा गया. जिसके बाद अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचकर पीड़ित को टास्क और क्रिप्टो करेन्सी में निवेश के नाम पर अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग लेनदेन के माध्यम से ऑनलाइन कुल 13,11,900 रुपये (तेरह लाख ग्यारह हजार नौ सौ) की धोखाधड़ी की गई. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है.

मूक बधिर को झांसा देकर 13 लाख से ज्यादा ठगे: टीम द्वारा मामले की जांच करने के बाद पीड़ित के साथ 13,11,900 रुपये की धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई है. सम्पूर्ण भारत के अलग-अलग राज्यों में गिरोह द्वारा लाखों की धोखाधड़ी की गई है. टीम ने घटना में प्रयोग मोबाइल नंबर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो पता चला कि पीड़ित की धनराशि दिल्ली और राजस्थान के जयपुर में ट्रांसफर हुई. जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने दो आरोपियों को जयपुर से पकड़ा है. तीसरे सदस्य पिंटू मीणा निवासी जयपुर ने खुद ही साइबर पुलिस स्टेशन देहरादून में सरेंडर कर दिया.
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व्हाट्सएप के माध्यम से किया था संपर्क: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर ठगों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर स्वयं को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यूट्यूब चैनल्स को लाइक और सब्स्क्राइब करने के टास्क देकर ठगी की गई. तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है. आयुष अग्रवाल ने लोगों से सावधान रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी भी लालच में न फंसे.

Last Updated : Jun 27, 2023, 9:34 AM IST
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