देहरादून: सरकारी कामकाज में पेपरलेस कार्य प्रणाली को अपनाने के साथ-साथ फाइलों में पारदर्शिता लाने के लिए ऑनलाइन कार्यप्रणाली को केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने पुरजोर तरीके से बढ़ावा दिया. मगर प्रदेश के सबसे बड़े प्रशासनिक कार्यालय उत्तराखंड सचिवालय में ही सरकार की मंशा दम तोड़ने लगी है.
आलम यह है कि आज भी सचिवालय का हर एक अधिकारी, कर्मचारी फाइलों को लेकर इधर से उधर चक्कर कटवा रहा है. यहां फाइलों को आज तक ई-ऑफिस के माध्यम से ऑनलाइन नहीं किया गया है. यह तब हो रहा है जब मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य सचिव स्तर से साफ तौर से यह निर्देश दिए गए हैं कि फाइलों को ऑनलाइन अपडेट किया जाए, ताकि फाइलें सभी के नजर में रहें. उन पर जल्द कार्य किया जा सके.
सचिवालय में फाइलों को लेकर अधिकारी कर्मचारियों द्वारा लगातार की जा रही इस तरह की लापरवाही पर मुख्य सचिव एसएस संधू ने सख्त कार्रवाई की है. बुधवार को मुख्य सचिव ने सख्त आदेश करते हुए अधिकारी कर्मचारियों को ई-ऑफिस कार्यप्रणाली का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं. सचिवालय में अधिकारी कर्मचारियों द्वारा ऑफिस प्रणाली का उपयोग न करने पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्य सचिव ने ई-ऑफिस के पालन करने को लेकर फाइलों के प्रोसेसिंग को लेकर सख्त नियम बनाये हैं, जो इस प्रकार हैं.
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अब सचिवालय में ऐसे चलेंगी फाइलें
- ऑफिस सचिवालय में आने वाली सभी फाइलें अब ई ऑफिस के माध्यम से ही आगे बढ़ाई जाएंगी. नई पत्रावली को हर हाल में ही ई ऑफिस के माध्यम से ही खोल कर आगे प्रोसेस किया जाएगा. जो फाइल सूचना के अधिकार के प्रावधानों के अंतर्गत गोपनीय श्रेणी में आती हैं, उनको भी ई ऑफिस के माध्यम से संचालित करने में छूट रहेगी.
- जरूरत पड़ने पर पत्रावली में सरल और आसान भाषा में बनाने के लिए नई पत्रावली का इस्तेमाल किया जा सकता है. पुरानी पत्रावली को ई ऑफिस के माध्यम से संचालित करते समय नई पत्रावली का रेफरेंस ऑफिस वाली पत्रावली पर देना होगा.
- सभी अधिकारी जरूरत पड़ने पर अपने विभागों में कर्मचारियों के लिंक अधिकारी को बनाने के लिए अधिकृत हैं, ताकि कर्मचारी की छुट्टी होने पर काम में व्यवधान ना आए.
सचिवालय में ई ऑफिस सिस्टम को ऑपरेट करने के लिए अलग से 7 कर्मचारियों को तैनात किया गया है. जो ऑन कॉल ई ऑफिस पर हमेशा उपलब्ध रहेंगे. 15 से 20 मिनट की सूचना पर टेक्निकल सपोर्ट देने के लिए मौजूद रहेंगे. यही नहीं हर सोमवार और मंगलवार को सुबह 11 से 12 बजे और शाम 4 से 5 बजे तक गूगल मीट के जरिए ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था भी रखी गई है.