देहरादूनः उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने सितारगंज से नकली नोट छापने वाले अंतरराज्यीय सरगना को दबोचा है. इस मामले में चार आरोपियों की पहले ही नकली नोटों के साथ गिरफ्तारी हो चुकी है. एसटीएफ को नकली नोट बनाने वाले गैंग के कई और सदस्यों के नेटवर्क का पता चला है, जिन्हें एसटीएफ जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है.
बता दें कि बीती 18 अगस्त को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के थाना सौंजना पुलिस ने चार नकली नोट तस्करों को दबोचा था. जिनके कब्जे से 98 हजार के नकली नोट बरामद हुए थे. जब पुलिस ने इन तस्करों से पूछताछ की तो कई अहम खुलासे हुए. उन्होंने बताया कि वो उत्तराखंड के उधमसिंह नगर से नकली नोट लाकर यूपी के ललितपुर और आस पास के जिलों में खपाते थे. जिस पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल को इनपुट शेयर किया.
ये भी पढ़ेंः बीटेक छात्र छापता था नकली नोट, दो दोस्तों के साथ पहुंचा जेल
वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने एसटीएफ की कुमाऊं युनिट को कार्रवाई करने के निर्देश दिए. जिसके तहत कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने यूपी पुलिस के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन को अंजाम दिया और सितारगंज में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम ने खटीमा के बनगवां निवासी कृपाल सिंह उर्फ बलविंदर सिंह को गिरफ्तार किया. आरोपी कृपाल सिंह नकली नोट छापने वाला सरगना बताया जा रहा है.
उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीती 19 अगस्त को यूपी से नकली नोट बनाने वाले गैंग की सूचना मिली थी. जिसके बाद कुमाऊं यूनिट को आरोपियों को गिरफ्तार करने को कहा गया था. टीम ने सितारगंज से एक नकली नोट बनाने वाले और नकली करेंसी के नाम पर ठगी करने वाले तस्कर को गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ में टीम के हाथ कई अहम जानकारियां लगी हैं. जल्द ही गैंग के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.