ऋषिकेशः टिहरी जिले के नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र के अटाली गांव में हुए भू धंसाव का असर ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के व्यासी स्थित सुरंग की रिटेनिंग दीवार पर भी पड़ने लगा है. यहां रिटेनिंग दीवार में दरार देखी गई है. जिसने रेल विकास निगम के अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि, रेल विकास निगम का दावा है कि यह दरार दिसंबर महीने में आई थी. जो फिलहाल स्थिर रूप में है. इसलिए खतरे की कोई बात नहीं है.
बता दें कि जमीन धंसने की वजह से जोशीमठ पर खतरा मंडरा रहा है तो ऐसे ही हालात अन्य जगहों पर देखने को मिल रहे हैं. टिहरी जिले के नरेंद्र नगर विधानसभा के अटाली गांव और सिंघटाली में भी लोगों के घरों में दरार दिखाई दे रही है. यहां ग्रामीणों के खेत धंस रहे हैं. इसका सीधा असर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर भी पड़ता नजर आ रहा है.
जानकारी के मुताबिक, ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर व्यासी स्थित कर्णप्रयाग रेल परियोजना की सुरंग के मुहाने पर रेल विकास निगम की ओर से बनाई गई रिटेनिंग दीवार पर दरार आई है. यह दरार फिलहाल 30 सेंटीमीटर की चौड़ाई में है. जिस पर रेल विकास निगम लगातार अपनी नजर बनाए हुए हैं. रेल विकास निगम के उप महाप्रबंधक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि यह दरार 20 दिसंबर के आसपास देखी गई थी. जो फिलहाल स्थिर रूप में है.
वहीं, 20 दिसंबर को दरार की चौड़ाई 30 सेंटीमीटर मापी गई थी. जो अभी तक बरकरार है. उप महाप्रबंधक का दावा है कि सुरंग के भीतर जल स्रोत काफी समय पहले फूटा था. जिसे डायवर्ट कर दिया गया है. दरार कैसे आई? इस संबंध में जांच की जा रही है. उच्चाधिकारियों को भी मामले में अवगत कराया गया है. फिलहाल खतरे की कोई बात नहीं है. निर्माण कार्य लगातार जारी है.
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