ऋषिकेश: कोरोना के नए वेरिएंट BF. 7 मिलने के बाद केंद्र और राज्य सरकार ने लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है. वहीं, ऋषिकेश में कोरोना के खतरे से बचने के लिए लोगों बूस्टर डोज नहीं मिल पा रहा है. आलम यह है कि ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में बूस्टर डोज लगाने पहुंच रहे लोगों को निराश वापस लौटना पड़ रहा है.
दरअसल, सरकारी अस्पताल में कोरोना को मात देने वाली कोविशील्ड उपलब्ध नहीं है. ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय के सीएमएस प्रदीप चंदोला का कहना है कि लगातार सरकार को कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए डिमांड भेजी गई है, लेकिन कोविशील्ड वैक्सीन सरकारी अस्पताल को अभी तक उपलब्ध नहीं हुई है. इस वजह से कोविशील्ड की बूस्टर डोज लेने वाले लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है. जैसे ही वैक्सीन उपलब्ध होगी, लोगों को कोविशील्ड की बूस्टर डोज लगानी शुरू कर दी जाएगी.
बता दें कि चीन, अमेरिका सहित कई देशों में कोरोना का नए वेरिएंट बीएफ.7 मिलने से भारत सरकार नागरिकों की बेहतर स्वास्थ्य को लेकर चिंतित दिखाई दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बैठक कर स्वास्थ्य महकमे को बूस्टर डोज ज्यादा से ज्यादा लोगों को लगाने के लिए निर्देश दे चुके हैं. फिर भी चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय में कोविशील्ड की बूस्टर डोज लोगों को नहीं लग पा रही है.
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वैक्सीन की कमी के कारण शहर में बूस्टर डोज टीकाकरण अभियान दम तोड़ रहा है. कोविशील्ड वैक्सीन नहीं मिलने पर लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की है. श्यामपुर से राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में अपनी माता को कोविशिल्ड की बूस्टर डोज लगाने पहुंचे मनीष बिष्ट ने बताया कि अस्पताल में कोवैक्सीन की डोज उपलब्ध है, लेकिन कोविशील्ड उपलब्ध नहीं होने की वजह से वह अपनी माता को बूस्टर डोज लगाए बगैर ही वापस लौट रहे हैं. देश दुनिया में कोरोना वायरस फिर से अपना पैर पसार रहा है. ऐसे में सरकार को अभी से सतर्कता बरतते हुए कोविशील्ड की डोज जल्द से जल्द लोगों के लिए उपलब्ध करानी चाहिए.