देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर में जहां प्रदेश में हर दिन 5,000 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे हैं वहीं, कोरोना वायरस बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है. राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बाल आयोग को दिए गए आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अब तक 114 बच्चे कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं. वहीं इसमें सबसे अधिक 44 बच्चे रुद्रप्रयाग में संक्रमित पाए गए हैं.
वहीं कोविड-19 की दूसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का आंकड़ा और अधिक बढ़ने की आशंका है. ऐसे में अभी से बच्चों के लिए अस्पतालों में अलग से कोविड वार्ड बनाने की व्यवस्था की जानी चाहिए.
बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी की ओर से प्रदेश के सभी 13 जनपदों के सीएमओ, सीएमएस और स्वास्थ्य महानिदेशक के साथ की गई वर्चुअल बैठक में यह दिशा निर्देश जारी किए गए कि तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए अभी से बच्चों के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. डीजी हेल्थ तृप्ति बहुगुणा की ओर से बताया गया कि ऋषिकेश और हल्द्वानी मैं डीआरडीओ की मदद से चाइल्ड वार्ड और आईसीयू के 500 बेड के अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं.
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गौरतलब है कि बच्चों के लिए ऋषिकेश में तैयार किए जा रहे कोविड-19 वार्ड का संचालन एम्स की ओर से किया जाएगा. वहीं हल्द्वानी में अस्पताल का संचालन हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज करेगा. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 104 जारी किया गया है.