ETV Bharat / state

एक महीने भी नहीं टिकी करोड़ों की सड़क, डामरीकरण के नाम पर सरकारी धन की लूट - uttarakhand samachar

सरकारी धन का ऋषिकेश में दुरुपयोग. डामरीकरण के नाम पर की गई करोड़ों की लूट.

डामरीकरण के नाम पर सरकारी धन की लूट
author img

By

Published : Feb 22, 2019, 9:50 PM IST

ऋषिकेश: छिद्दरवाला में लगभग 2 करोड़ की लागत से किया गया डामरीकरण महीने भर भी नहीं टिका. सड़क जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके नीचे बिछायी गई बजरी अब सड़क के ऊपर दिखायी देने लगी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क निर्माण के दौरान सरकारी धन का किस तरह दुरुपयोग किया गया होगा.

सरकारी योजनाओं की आढ़ में ठेकेदार किस तरह से सरकारी धन को ठिकाने लगा रहे हैं इसकी बानगी छिद्दरवाला में देखने को मिल रही है. राज्य वित्त योजना से बनायी गयी सड़क को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार्य की गुणवत्ता के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ किया गया है.

एक महीने भी नहीं टिकी करोड़ों की सड़क

छिद्दरवाला में राज्य योजना से करोड़ों रुपये की लागत से सड़क का डामरीकरण तो किया गया मगर सड़क एक माह भी नहीं टिक पाई. सड़क निर्माण के दौरान इस्तेमाल की गयी बजरी उखड़कर सड़क के उपर आ गई है. बजरी की वजह से दोपहिया वाहन चलाना काफी मुश्किल हो रहा है. आलम यह है कि अब सड़क मरम्मत के लिए फंड का इंतजार किया जा रहा है.

ग्रामीणों का कहना है कि ये सड़का अब उनके लिए मुसीबत का सबब बन गई है. महज एक महीने में सड़क की ऐसी हालत होना काफी निराशाजनक है. नवाबवाला के ग्रामीणों में सड़क को लेकर काफी गुस्सा है. ग्रामीण संबधित विभाग और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

बता दें कि राज्य वित्त योजना से स्वीकृत 1 करोड़ 91 लाख 56 हजार रुपये से लोक निर्माण विभाग ने छिद्दरवाला में 7 किलोमीटर तक के संपर्क मार्गों का डामरीकरण कराया था. लेकिन सड़क बनने के लगभग 30 दिन बाद ही इसकी गुणवत्ता की हकीकत सबके सामने आ गई.

undefined

ऋषिकेश: छिद्दरवाला में लगभग 2 करोड़ की लागत से किया गया डामरीकरण महीने भर भी नहीं टिका. सड़क जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके नीचे बिछायी गई बजरी अब सड़क के ऊपर दिखायी देने लगी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क निर्माण के दौरान सरकारी धन का किस तरह दुरुपयोग किया गया होगा.

सरकारी योजनाओं की आढ़ में ठेकेदार किस तरह से सरकारी धन को ठिकाने लगा रहे हैं इसकी बानगी छिद्दरवाला में देखने को मिल रही है. राज्य वित्त योजना से बनायी गयी सड़क को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार्य की गुणवत्ता के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ किया गया है.

एक महीने भी नहीं टिकी करोड़ों की सड़क

छिद्दरवाला में राज्य योजना से करोड़ों रुपये की लागत से सड़क का डामरीकरण तो किया गया मगर सड़क एक माह भी नहीं टिक पाई. सड़क निर्माण के दौरान इस्तेमाल की गयी बजरी उखड़कर सड़क के उपर आ गई है. बजरी की वजह से दोपहिया वाहन चलाना काफी मुश्किल हो रहा है. आलम यह है कि अब सड़क मरम्मत के लिए फंड का इंतजार किया जा रहा है.

ग्रामीणों का कहना है कि ये सड़का अब उनके लिए मुसीबत का सबब बन गई है. महज एक महीने में सड़क की ऐसी हालत होना काफी निराशाजनक है. नवाबवाला के ग्रामीणों में सड़क को लेकर काफी गुस्सा है. ग्रामीण संबधित विभाग और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

बता दें कि राज्य वित्त योजना से स्वीकृत 1 करोड़ 91 लाख 56 हजार रुपये से लोक निर्माण विभाग ने छिद्दरवाला में 7 किलोमीटर तक के संपर्क मार्गों का डामरीकरण कराया था. लेकिन सड़क बनने के लगभग 30 दिन बाद ही इसकी गुणवत्ता की हकीकत सबके सामने आ गई.

undefined
Intro:एंकर--छिददरवाला में लगभग 2 करोड़ की लागत से बनायी गयी सड़क महीने भर भी नही चल सकी,आलम यह है कि सड़क जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है,सड़क के नीचे बिछायी गयी बजरी अब सड़क के उपर दिखायी देने लगी है, अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क निर्माण के दौरान सरकारी धन का किस तरह से दुरूपयोग किया गया है।




Body:

वी/ओ--सरकारी योजनाओं की आढ़ में ठेकेदार किस तरह से सरकारी धन को ठिकाने लगा रहे हैं इसका अंदाजा छिद्दरवाला में राज्य वित्त योजना से बनायी गयी सड़क को देखकर लगाया जा सकता है।यहां राज्य योजना से करोड़ों रूपये की लागत से सड़कें तो बनाई गयी मगर यह सड़कें महज एक माह भर ही टिक पाई। आलम यह है कि करोड़ों रूपए खर्च कर बनाई गयी सड़कें मरम्मत का इंतजार भी करने लगी है। सड़क निर्माण के दौरान
इस्तेमाल की गयी बजरी उखड़कर सड़क के उपर दिखाई देने लगी है। यहीं बजरी अब दुपहिया वाहन चालकों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है।नवाबवाला के ग्रामीणों में अब सड़क को लेकर काफी गुस्सा है अब ग्रामीण संबधित विभाग और ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं ।


बाईट--गोकुल रमोला,क्षेत्र पंचायत सदस्य
बाईट--केसर सिंह राणा,ग्रामीण




Conclusion:

वी/ओ--आपकों बता दें कि राज्य वित्त योजना से स्वीकृत 1 करोड़ 91 लाख 56 हजार रूपए की लागत से लोक निर्माण विभाग ने छिद्दरवाला में 7 किलोमीटर संपर्क मार्गों की डामरीकरण का कार्य कराया था। गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे हैं। गुण्वत्ता पर ध्यान नही दिए जाने के चलते सड़क एक माह भी नही चल पाई।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.