मसूरी: बूचड़खाना इलाके में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन एक्शन में आ गया है. जिसके बाद नगर पालिका प्रशासन ने बूचड़खाना इलाके को सैनेटाइज करना शुरू कर दिया है. वहीं स्थानीय लोगों ने नगर पालिका प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि निगम सैनेटाइजर के नाम पर सिर्फ पानी छिड़क रहा है.
बूचड़खाना इलाके के रहने वाले सोनू का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा सैनेटाइजिंग करने वाले लोगों को पीपीई किट नहीं दी गई थी. जिसकी वजह से 24 घंटे की देरी से इलाके में सैनेटाइजेशन का काम शुरू हुआ. इसके साथ ही नगर पालिका के कर्मचारी स्थानीय लोगों के साथ अभद्रता भी कर रहे हैं.
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स्थानीय सभासद आरती अग्रवाल ने आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि नगर पालिका द्वारा बूचड़खाना इलाके को सैनेटाइज किया जा रहा है. पीपीई किट न होने के कारण सैनेटाइजिंग में समय कुछ ज्यादा लगा. साथ ही यह भी कोशिश की जा रही है कि सैनेटाइजिंग के दौरान स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.