देहरादून: उत्तराखंड में कोविड-19 को लेकर कुछ ऐसे संकेत मिल रहे हैं, जो प्रदेश के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. पिछले 10 दिनों में जो आंकड़े सामने आए हैं उससे यह साफ हो गया है कि आने वाले दिन कोरोना संक्रमण को लेकर चिंताजनक हो सकते हैं. दरअसल, 10 दिन पहले तक कोरोना के मरीजों की हाफ सेंचुरी भी पूरी नहीं हो पा रही थी और अब मरीज दोहरे शतक की तरफ हैं.
उत्तराखंड में जुलाई का महीना किसी बड़े खतरे के संकेत दे रहा है. खास तौर पर राजधानी देहरादून में तो स्थिति खराब होती दिखाई दे रही है. आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से देहरादून पहले भी एपिक सेंटर के रूप में रहा है. अब एक बार फिर स्थितियां उसी तरह से दिखाई दे रही हैं. अब जानिए कि पिछले 10 दिन के आंकड़े क्या कहते हैं.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर सरकार भी नजर बनाए हुए है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश देते रहे हैं. इस मामले पर जब मुख्यमंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि तमाम परिस्थितियों पर सरकार नजर बनाए हुए है. वक्त के साथ-साथ जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़े यूं तो पूरे प्रदेश के लिए ही चिंता का सबब बने हुए हैं, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी राजधानी देहरादून के लिए है. यहां सबसे ज्यादा मरीज रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. उत्तराखंड में पिछले 11 दिनों में 1251 कोरोना के मरीज रिकॉर्ड किए गए हैं. राजधानी देहरादून में इन 11 दिनों में अकेले 813 मरीज मिले हैं. पिछले 72 घंटों में देहरादून में 100 से ज्यादा कोरोना के मरीज मिले हैं. प्रदेश में कुल 808 एक्टिव मरीज है, जिनमें 80% अकेले देहरादून में हैं.
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राजधानी देहरादून में जिस तरह से मामले बढ़े हैं. उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में चिंता दिखाई दे रही है. फिलहाल लोगों में पैनिक की स्थिति स्वास्थ्य विभाग नहीं चाहता. इसीलिए विभाग इस स्थिति से निपटने के लिए हालातों को सामान्य बनाने में जुटा हुआ है. स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज सिंह कहते हैं कि फिलहाल मौसम की वजह से भी मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है. उनका कहना है कि भले ही मामले बढ़ रहे हों लेकिन फिलहाल यह चिंता का सबब नहीं है.