देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के गहराते संकट का साया आगामी दिनों में पुलिस की तीन महत्वपूर्ण परेड कार्यक्रमों में देखने को मिलेगा. जानलेवा कोरोना संक्रमण के चलते आगामी 21 और 31 अक्टूबर के अलावा 9 नवंबर राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में होनी वाली पुलिस परेड पिछले सालों की तुलना इस बार बिल्कुल जुदा नजर आएगी. सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों को बरकरार रखते हुए इस बार तीनों महत्वपूर्ण परेड की तैयारियों में भी एतिहातन कई तरह के बदलाव किए गए हैं. इसके साथ ही पिछले सालों की तुलना में इस बार परेड के फॉर्मेट को भी चेंज किया गया है.
परेड के तीन बड़े कार्यक्रमों में विशेष एतियात
बता दें कि आगामी 21 अक्टूबर को सबसे पहले 'पुलिस स्मृति दिवस' के अवसर पर देहरादून पुलिस लाइन में परेड आयोजित की जाएगी. वहीं, 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के मौके पर होने वाली 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के कार्यक्रम में होने वाली परेड का आयोजन देहरादून में किया जाएगा. इसके अलावा 9 नवंबर को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर भी पुलिस परेड का आयोजन किया जाना है. ऐसे में इस बार कोरोना काल में होने वाले तीनों महत्वपूर्ण पुलिस परेड के लिए संक्रमण के लिहाज से काफी तरह के फेरबदल किए गए हैं, ताकि संक्रमण के खतरे से सभी का बचाव किया जा सके.
पढ़ें- रुद्रप्रयाग को लेकर पलायन आयोग ने सीएम को सौंपी रिपोर्ट
बेहतर तरीके से संपन्न होगी परेड:डीआईजी
कोरोना काल में होने वाली तीन महत्वपूर्ण पुलिस परेड के संबंध में देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि संक्रमण के बचाव को देखते हुए इस बार परेड फॉर्मेट में बदलाव किए गए हैं. इसके लिए पुलिस लाइन के सर्कल ऑफिसर एवं आरआई सहित एसपी हेडक्वॉर्टर को विशेष तरह की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर तमाम तरह की नियमों को इन कार्यक्रमों में लागू किया जा सके.
पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाला: आरोपित संयुक्त निदेशक के खिलाफ आरोप पत्र जारी
डीआईजी जोशी ने कहा कि उनका फोकस इसी बात पर है कि परेड भी बेहतर तरीके से हो सके और कोरोना संक्रमण से भी बचाव किया जा सके. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम और परेड में नियमों से किसी भी तरह से समझौता न हो, इसके लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं.