मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में पुरूकुल रोपवे का निर्माण का कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है. 450 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले रोपवे का पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, निर्माण कंपनी और अन्य आलाधिकारियों ने निरीक्षण किया.
उत्तराखंड में रोपवे के अलावा अन्य नई योजनाओं पर काम किया जा रहा है. देहरादून से मसूरी आने वाले पर्यटकों को रोपवे बनने का बाद जाम के झाम से छुटकारा मिल जाएगा. बीते दिन पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर अन्य संबधित अधिकारियों और पीपीपी डेवलपर के साथ मसूरी के शिफन कोर्ट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर मसूरी पुरूकुल रोपवे का निर्माण कराया जा रहा है. ये प्रदेश सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है.
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उन्होंने बताया कि मसूरी पुरूकुल रोपवे को लेकर शिफन कोर्ट और आसपास के क्षेत्र में जल्द फेसिंग की जाएगी. साथ ही पीपीपी डेवलपर को नियमानुसार दी जानी वाली जमीन भी जल्द दे दी जाएगी. वहीं, विभिन्न विभागों से निर्माण को लेकर अनुमति जल्द ली जाएगी. उन्होंने बताया कि ये रोवपे अगले 3 साल के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा. पुरूकुल रोपवे को लेकर मसूरी-भारत तिब्बत सीमा पुलिस की सीमा क्षेत्र में भी एक टॉवर लगाया जाना है, जिसको लेकर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के उच्चाधिकारी से लगातार वार्ता की जा रही है.
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पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि प्रदेश सरकार प्रमुखता के साथ रोपवे के काम को आगे बढ़ा रही है. पर्यटन विभाग के साथ कंपनी का करार भी हो चुका है और निर्माण की लागत तकरीबन 450 करोड़ रुपए आंकी गई है. रोपवे निर्माण के बाद पर्यटक, महज 16 मिनट में देहरादून से मसूरी का सफर तय कर सकेंगे. पर्यटकों के लिए रोपवे आकर्षण का केंद्र होगा.