देहरादून: UCC को लेकर राज्य में एक बार फिर से सियासत गरमा गई है. राज्य की धामी सरकार ने UCC लागू करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की बात कही है. जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस ने कहा भाजपा यूसीसी के जरिये हिंदू मुस्लिम का नरेटिव सेट करना चाहती है.
UCC को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का बयान सामने आया है. उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा इसका ड्राफ्ट अब तक सामने नहीं आया है, इसलिए यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा इसको लेकर कांग्रेस की कई शंकाएं हैं. उन्होंने कहा यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है. इसको राज्य में क्यों लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा भाजपा जिस तरह से चुनावों से पहले हिंदू मुस्लिम का नेरेटिव सेट करते आई है, यह भी उसी का पार्ट है, जबकि हकीकत यह है कि इससे OBC वर्ग, थारू, बुक्सा भोटिया जनजाति और जौनसार के लोगों को फर्क पड़ेगा.
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करन माहरा ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा सरकार UCC को लेकर 1 लाख से अधिक लोगों से मिलने की बात कह रही है, लेकिन अपने कुमाऊं भ्रमण के दौरान उन्हें एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला, जिसने यह कहा हो कि उसकी कमेटी से बात हुई है. उन्होंने कहा सरकार की ओर से गठित की गई कमेटी में थारू ,बुक्सा,OBC और ना ही जौनसार के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया गया. माहरा ने UCC को आनन फानन में लागू करने पर सरकारी पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा यह सीधे तौर पर हिंदू मुस्लिम नेरेटिव सेट कर चुनाव प्रभावित करने का तरीका मात्र है. उन्होंने आरोप लगाए किसी भी विपक्ष के नेता या विधायक को अब तक ड्राफ्ट की कॉपी नहीं मिली है. ना ही जनता को इसके बारे में कोई जानकारी है. उन्होंने कहा ऐसी चीज भाजपा केवल चुनावों को देखते हुए करती है. जिसका भाजपा को इस बार कोई लाभ नहीं मिलेगा.