देहरादून: उत्तराखंड में चंपावत उपचुनाव भले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रिकॉर्ड अंतर से जीत लिया हो, लेकिन कांग्रेस इस हार पर भी सवाल खड़े कर रही है. यही नहीं चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पार्टी ने अब रिटायर्ड जज से चुनाव प्रक्रिया की जांच की मांग उठा दी है.
भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीत को ऐतिहासिक बताते हुए इसे कांग्रेस की सबसे बुरी हार करार दे रही है. एक तरफ जहां बीजेपी इस ऐतिहासिक का जश्न मना रही है, तो वहीं कांग्रेस अपने प्रत्याशी ही जब्त हुई जमानत पर सवाल खड़े कर रही है. कांग्रेस अपनी हार की वजह सत्ता और सरकार का दुरुपयोग मान रही है. बड़ी बात ये है कि कांग्रेस इतने बड़े अंतर से हार के बावजूद चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए रिटायर्ड जज से इसकी जांच कराने की मांग कर दी है.
उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि चुनाव में मतदान के दौरान बिजली कटौती की गई और इसी समय सीसीटीवी कैमरा भी बंद कर दिए गए. यह कैसा समय था? मतदान केंद्रों पर कोई भीड़ नहीं थी, लेकिन 1:00 के बाद अचानक मतदान प्रतिशत को बेहद ज्यादा बढ़ा दिया गया. करण माहरा ने कहा कि यह एक बड़ी गड़बड़ी का नतीजा था और इसीलिए पार्टी इस पूरी प्रक्रिया पर रिटायर्ड जज की मौजूदगी या अध्यक्षता में जांच की मांग कर रही है.
चुनाव में करारी हार और प्रत्याशी की जमानत जब्त होने के बाद भी कांग्रेस का यह आक्रामक रुख बेहद हैरान करने वाला है. अब जब सवाल खड़े हुए हैं तो जाहिर तौर भाजपा को भी इसका जवाब देना ही पड़ा. भाजपा नेता और सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कांग्रेस के इन आरोपों को निराधार बताया है. सतपाल महाराज ने कहा कि यह प्रदेश में मुख्यमंत्री की ऐतिहासिक जीत है और कांग्रेस नेता फ्रस्ट्रेशन में इस तरह के बयान दे रहे हैं.