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PM और CM की मुलाकात पर विवाद शुरू, कांग्रेस बोली- अगर मिले तो फोटो कहां ?

कांग्रेस का आरोप है कि अगर पीएम और सीएम की मुलाकात हुई तो अन्य मंत्रियों की तरह पीएम और सीएम की मुलाकात फोटो क्यों जारी नहीं की गई?

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Published : Mar 1, 2021, 1:20 PM IST

Updated : Mar 1, 2021, 1:45 PM IST

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देहरादूनः आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में महज एक साल का ही वक्त बचा है. इसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार न सिर्फ विकास कार्यों पर जोर दे रही है, बल्कि केंद्र सरकार से राज्य के लिए कई बड़ी सौगात भी लेकर आ रही है. इसी क्रम में बीते दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली दौरे पर गए थे. जहां उन्होंने कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और राज्य को कई करोड़ों की सौगाते दिलाई. हालांकि सीएम त्रिवेंद्र के दिल्ली दौरे पर अब कांग्रेस हमलावर हो गया है. मामला प्रधानमंत्री मोदी और सीएम त्रिवेंद्र की मुलाकात को लेकर है. एक तरफ उत्तराखंड सूचना विभाग पीएम और सीएम की मुलाकात की बातें कर रहा है, वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि अगर पीएम और सीएम की मुलाकात हुई तो अन्य मंत्रियों की तरह पीएम और सीएम की मुलाकात फोटो क्यों जारी नहीं की गई?

PM और CM की मुलाकात पर विवाद शुरू

इस मामले की शुरुआत हुई बीते 21 फरवरी को. इस दिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. 22 फरवरी को उन्होंने केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. फिर 23 फरवरी की रोज केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की.

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दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय मंंत्रियों से मिले सीएम त्रिवेंद्र.

उत्तराखंड सूचना विभाग के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी. लेकिन उसकी कोई फोटो जारी नहीं हुई. यहां तक कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन प्रधानमंत्री के व्यस्त होने के चलते समय नहीं मिल पाया. बावजूद इसके सूचना विभाग ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की प्रेस नोट जारी कर दिया. जिसके बाद से ही विपक्ष इस मामले को लेकर हमलावर नजर आ रहा है.

पढ़ेंः 9 तहसीलों को तहसीलदार का इंतजार, फरियादियों को हो रही परेशानी

मामले में कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि भाजपा झूठ का पुलिंदा है और वह कभी भी सच्चाई को जनता के बीच नहीं रखती है. यही नहीं, जितने भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुलाकात हुई है, वह भी बड़ी मुश्किलों से हुई है. यही नहीं, दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हमेशा केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के सवाल पर शायद शब्द का प्रयोग करते रहे हैं. साथ ही कहा कि सूचना तंत्र इतना कमजोर है कि जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले ही नहीं बावजूद इसके उत्तराखंड में इस बात को प्रचारित कर दिया गया कि मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई है.

मामले में वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि उनके 45 साल के पत्रकारिता करियर में यह पहला मर्तबा है, जब मुख्यमंत्री का प्रधानमंत्री से मुलाकात को लेकर विवाद हो रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है तो ही कुछ लोगों का कहना है कि मुलाकात नहीं हो पाई. लेकिन सूचना विभाग द्वारा जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी. यही नहीं, बीजेपी के कुछ लोग इस बात पर सवाल खड़े कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं की, अगर मुलाकात की होते तो उनका प्रधानमंत्री के साथ फोटो भी जारी होता.

हालांकि जब इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता दिगंबर सिंह नेगी से बात की गई तो वे कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. लेकिन इतना जरूर कहा कि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री का देश के प्रधानमंत्री से मुलाकात करना एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम होता है. इस मुलाकात से राज्य के विकास को एक नई दिशा मिलती है.

देहरादूनः आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में महज एक साल का ही वक्त बचा है. इसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार न सिर्फ विकास कार्यों पर जोर दे रही है, बल्कि केंद्र सरकार से राज्य के लिए कई बड़ी सौगात भी लेकर आ रही है. इसी क्रम में बीते दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली दौरे पर गए थे. जहां उन्होंने कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और राज्य को कई करोड़ों की सौगाते दिलाई. हालांकि सीएम त्रिवेंद्र के दिल्ली दौरे पर अब कांग्रेस हमलावर हो गया है. मामला प्रधानमंत्री मोदी और सीएम त्रिवेंद्र की मुलाकात को लेकर है. एक तरफ उत्तराखंड सूचना विभाग पीएम और सीएम की मुलाकात की बातें कर रहा है, वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि अगर पीएम और सीएम की मुलाकात हुई तो अन्य मंत्रियों की तरह पीएम और सीएम की मुलाकात फोटो क्यों जारी नहीं की गई?

PM और CM की मुलाकात पर विवाद शुरू

इस मामले की शुरुआत हुई बीते 21 फरवरी को. इस दिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. 22 फरवरी को उन्होंने केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. फिर 23 फरवरी की रोज केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की.

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दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय मंंत्रियों से मिले सीएम त्रिवेंद्र.

उत्तराखंड सूचना विभाग के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी. लेकिन उसकी कोई फोटो जारी नहीं हुई. यहां तक कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन प्रधानमंत्री के व्यस्त होने के चलते समय नहीं मिल पाया. बावजूद इसके सूचना विभाग ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की प्रेस नोट जारी कर दिया. जिसके बाद से ही विपक्ष इस मामले को लेकर हमलावर नजर आ रहा है.

पढ़ेंः 9 तहसीलों को तहसीलदार का इंतजार, फरियादियों को हो रही परेशानी

मामले में कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि भाजपा झूठ का पुलिंदा है और वह कभी भी सच्चाई को जनता के बीच नहीं रखती है. यही नहीं, जितने भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुलाकात हुई है, वह भी बड़ी मुश्किलों से हुई है. यही नहीं, दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हमेशा केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के सवाल पर शायद शब्द का प्रयोग करते रहे हैं. साथ ही कहा कि सूचना तंत्र इतना कमजोर है कि जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले ही नहीं बावजूद इसके उत्तराखंड में इस बात को प्रचारित कर दिया गया कि मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई है.

मामले में वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि उनके 45 साल के पत्रकारिता करियर में यह पहला मर्तबा है, जब मुख्यमंत्री का प्रधानमंत्री से मुलाकात को लेकर विवाद हो रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है तो ही कुछ लोगों का कहना है कि मुलाकात नहीं हो पाई. लेकिन सूचना विभाग द्वारा जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी. यही नहीं, बीजेपी के कुछ लोग इस बात पर सवाल खड़े कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं की, अगर मुलाकात की होते तो उनका प्रधानमंत्री के साथ फोटो भी जारी होता.

हालांकि जब इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता दिगंबर सिंह नेगी से बात की गई तो वे कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. लेकिन इतना जरूर कहा कि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री का देश के प्रधानमंत्री से मुलाकात करना एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम होता है. इस मुलाकात से राज्य के विकास को एक नई दिशा मिलती है.

Last Updated : Mar 1, 2021, 1:45 PM IST
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