मसूरी: रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा का चालान काटने के मामले में एसआई नीरज कठैत के ट्रांसफर ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है. मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल के नेतृत्व में एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा गया, जिसमें नीरज कठैत का तत्काल ट्रांसफर निरस्त करने की मांग की गई है.
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर राज्य सरकार और प्रदीप बत्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव अग्रवाल के नेतृत्व में मसूरी के शहीद स्थल पर प्रदेश सरकार और भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
उन्होंने कहा कि एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर को उसकी ईमानदारी से ड्यूटी करने का राज्य सरकार की ओर से सजा दी गई है. जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरीके की कार्रवाई सरकार द्वारा पुलिस अधिकारी पर की जाती रही तो पुलिस का मनोबल भी टूटेगा. इसके कारण कोई भी अधिकारी ईमानदारी से काम नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार सत्ता की हनक में काम कर रही है. उनके विधायक और जनप्रतिनिधि भी लगातार सत्ता के हनक दिखा रहे हैं. नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. कोविड के नियमों का पालन करने के लिए लगातार सरकार पुलिस और प्रशासन पर दबाव बना रही है तो सरकार के दबाव में पुलिस के अधिकारी एसआई पर कार्रवाई कर रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
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उन्होंने सरकार से मांग की है कि एसआई नीरज कठैत को वापस दोबारा मसूरी में ट्रांसफर किया जाए. अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह राज्य सरकार और भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
बता दें कि एसआई नीरज कठैत द्वारा चेकिंग के दौरान मसूरी माल रोड में रुड़की के विधायक प्रदीप बत्रा के द्वारा मास्क ना पहनने पर चालान की कार्रवाई की गई थी. जिसको लेकर विधायक प्रदीप बत्रा और उनके पुत्र द्वारा पुलिस से अभद्रता भी की गई थी, जिसको लेकर पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.