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पिथौरागढ़ उपचुनावः समीकरण की तलाश में जुटी कांग्रेस, प्रत्याशी चयन को लेकर प्रक्रिया तेज - प्रकाश पंत

पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद पिथौरागढ़ विधानसभा सीट खाली हो गई थी. जिसके बाद आगामी 25 नवंबर को चुनाव होना है. जिले लेकर कांग्रेस ने प्रत्याशियों के चयन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है.

पिथौरागढ़
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Published : Oct 26, 2019, 7:30 PM IST

Updated : Oct 28, 2019, 11:37 PM IST

देहरादूनः पिथौरागढ़ में उपचुनाव आगामी 25 नवंबर को होना है. चुनाव तारीख के एलान होते ही कांग्रेस प्रत्याशी के चयन को लेकर तेजी दिखने लगी है. कांग्रेस मयूख महर को मनाने में जुटी है तो नए चेहरे के रूप में मथुरा दत्त जोशी ने दावा ठोक दिया है. उधर, पंचायत चुनाव में बेहतर स्थिति को देखते हुए कांग्रेस जीत को लेकर उत्साहित नजर आ रही है.

गौर हो कि, पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद पिथौरागढ़ विधानसभा सीट खाली हो गई थी. जिसके बाद उपचुनाव को लेकर तारीख तय कर दी गई है. जिसके तहत आगामी 25 नवंबर को मतदान किया जाएगा. वहीं, तारीख तय होने के फौरन बाद कांग्रेस में प्रत्याशी को लेकर कयासबाजी तेज हो गई है.

पिथौरागढ़ उपचुनाव के समीकरण की तलाश में जुटी कांग्रेस.

हालांकि, साल 2017 में प्रकाश पंत को टक्कर देने वाले मयूख महर इस सीट पर सबसे प्रबल दावेदार माने जाते रहे हैं, लेकिन चुनाव लड़ने से मना करने के बाद मथुरादास जोशी इस सीट पर सबसे सीनियर दावेदार माने जा रहे हैं.

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खास बात ये है कि हाल ही में पंचायत चुनाव में मथुरादास जोशी की पत्नी रुकमणी जोशी ने जिला पंचायत सदस्य पद पर जीत हासिल की है. हालांकि, चुनाव तारीख नजदीक आने के साथ ही इस सीट पर कांग्रेस की ओर से दावेदारों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.

पिथौरागढ़ उपचुनाव के समीकरण
पिथौरागढ़ विधानसभा में जिला पंचायत सदस्य के 6 सीटें हैं. जिसमें 2 सीटों पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशियों की जीत हुई है. जबकि, 4 सीटों पर कांग्रेस से जुड़े प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है. हालांकि, नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर बीजेपी काबिज है.

पुराने रिकॉर्ड पर गौर करें तो चार विधानसभा चुनाव में तीन बार प्रकाश पंत ने बतौर बीजेपी प्रत्याशी जीत हासिल की थी. जबकि, एक बार कांग्रेस से मयूख महर चुनाव जीते थे.

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पिथौरागढ़ विधानसभा सीट ब्राह्मण बाहुल्य सीट मानी जाती है, लेकिन इस सीट पर कांग्रेस हमेशा ठाकुर प्रत्याशी को चुनाव में उतारती है. जबकि, बीजेपी ने प्रकाश पंत के रूप में हमेशा एक ब्राह्मण चेहरे को उतारकर जीत हासिल की है. ऐसे में कांग्रेस की ओर से एक कद्दावर चेहरे को उतारने पर पार्टी को फायदा होने की बात भी कही जा रही है.

हालांकि, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट की मानें तो हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया है और पंचायतों में भी बेहतर स्थिति रही है. ऐसे में पिथौरागढ़ उपचुनाव में जीत की उम्मीदें बढ़ गई है. ऐसे में फिलहाल प्रत्याशी चयन को लेकर पार्टी काम कर रही है.

देहरादूनः पिथौरागढ़ में उपचुनाव आगामी 25 नवंबर को होना है. चुनाव तारीख के एलान होते ही कांग्रेस प्रत्याशी के चयन को लेकर तेजी दिखने लगी है. कांग्रेस मयूख महर को मनाने में जुटी है तो नए चेहरे के रूप में मथुरा दत्त जोशी ने दावा ठोक दिया है. उधर, पंचायत चुनाव में बेहतर स्थिति को देखते हुए कांग्रेस जीत को लेकर उत्साहित नजर आ रही है.

गौर हो कि, पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद पिथौरागढ़ विधानसभा सीट खाली हो गई थी. जिसके बाद उपचुनाव को लेकर तारीख तय कर दी गई है. जिसके तहत आगामी 25 नवंबर को मतदान किया जाएगा. वहीं, तारीख तय होने के फौरन बाद कांग्रेस में प्रत्याशी को लेकर कयासबाजी तेज हो गई है.

पिथौरागढ़ उपचुनाव के समीकरण की तलाश में जुटी कांग्रेस.

हालांकि, साल 2017 में प्रकाश पंत को टक्कर देने वाले मयूख महर इस सीट पर सबसे प्रबल दावेदार माने जाते रहे हैं, लेकिन चुनाव लड़ने से मना करने के बाद मथुरादास जोशी इस सीट पर सबसे सीनियर दावेदार माने जा रहे हैं.

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खास बात ये है कि हाल ही में पंचायत चुनाव में मथुरादास जोशी की पत्नी रुकमणी जोशी ने जिला पंचायत सदस्य पद पर जीत हासिल की है. हालांकि, चुनाव तारीख नजदीक आने के साथ ही इस सीट पर कांग्रेस की ओर से दावेदारों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.

पिथौरागढ़ उपचुनाव के समीकरण
पिथौरागढ़ विधानसभा में जिला पंचायत सदस्य के 6 सीटें हैं. जिसमें 2 सीटों पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशियों की जीत हुई है. जबकि, 4 सीटों पर कांग्रेस से जुड़े प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है. हालांकि, नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर बीजेपी काबिज है.

पुराने रिकॉर्ड पर गौर करें तो चार विधानसभा चुनाव में तीन बार प्रकाश पंत ने बतौर बीजेपी प्रत्याशी जीत हासिल की थी. जबकि, एक बार कांग्रेस से मयूख महर चुनाव जीते थे.

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पिथौरागढ़ विधानसभा सीट ब्राह्मण बाहुल्य सीट मानी जाती है, लेकिन इस सीट पर कांग्रेस हमेशा ठाकुर प्रत्याशी को चुनाव में उतारती है. जबकि, बीजेपी ने प्रकाश पंत के रूप में हमेशा एक ब्राह्मण चेहरे को उतारकर जीत हासिल की है. ऐसे में कांग्रेस की ओर से एक कद्दावर चेहरे को उतारने पर पार्टी को फायदा होने की बात भी कही जा रही है.

हालांकि, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट की मानें तो हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया है और पंचायतों में भी बेहतर स्थिति रही है. ऐसे में पिथौरागढ़ उपचुनाव में जीत की उम्मीदें बढ़ गई है. ऐसे में फिलहाल प्रत्याशी चयन को लेकर पार्टी काम कर रही है.

Intro:summary- पिथौरागढ़ उपचुनाव की तारीखें तय होते ही कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर तेजी दिखने लगी है.. खास बात यह है कि मयूख महर को पार्टी मनाने में जुटी है तो नए चेहरे के रूप में मथुरा दत्त जोशी ने दावा ठोक दिया है..उधर पंचायत चुनाव में बेहतर स्थिति को देखते हुए कांग्रेस जीत को उत्साहित है...


Body:पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद खाली हुई पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख तय कर दी गई है...यू तो चुनाव की तारीख 25 नवंबर रखी गई है लेकिन तारीख तय होने के फौरन बाद कांग्रेस में प्रत्याशी को लेकर कयासबाजी तेज हो गयी है... हालांकि 2017 में प्रकाश पंत को टक्कर देने वाले मयूख महर इस सीट पर सबसे प्रबल दावेदार माने जाते रहे हैं...लेकिन चुनाव लड़ने से मना करने के बाद मथुरादास जोशी इस सीट पर सबसे सीनियर दावेदार माने जा रहे हैं...खास बात ये है कि हाल ही में पंचायत चुनाव में मथुरादास जोशी की पत्नी रुकमणी जोशी जिला पंचायत सदस्य पद पर जीत हासिल कर चुकी है... हालांकि चुनाव तारीख नजदीक आने के साथ ही इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से दावेदारों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।।।

बाइट मथुरादास जोशी, दावेदार

पंचायत चुनाव के लिहाज से ये है पिथौरागढ़ उपचुनाव के समीकरण

हाल ही में उत्तराखंड में पंचायत चुनाव हुए हैं.. ऐसे भी पिथौरागढ़ विधानसभा सीट के लिहाज से पंचायत की स्थिति देखे तो इस विधानसभा में जिला पंचायत सदस्य के तौर पर 6 सीटें हैं... जिस पर 2 सीटों पर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों की जीत हुई है... जबकि 4 सीटों पर कांग्रेस विचारधारा से जुड़े प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है... हालांकि इस सीट में नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर भाजपा काबिज है... पुराना रिकॉर्ड देखा जाए तो पिथौरागढ़ सीट पर चार बार विधानसभा चुनाव में तीन बार प्रकाश पंत ने बतौर बीजेपी प्रत्याशी जीत हासिल की थी...जबकि एक बार कांग्रेस से मयूख महर चुनाव जीते..

पिथौरागढ़ विधानसभा सीट ब्राह्मण बाहुल्य सीट मानी जाती है लेकिन इस सीट पर कांग्रेस हमेशा ठाकुर प्रत्याशी को चुनाव में उतारती है.. जबकि भाजपा ने प्रकाश पंत के रूप में हमेशा एक ब्राह्मण चेहरे को उतारकर जीत हासिल की है... ऐसे में कवरेज द्वारा एक डाबर चेहरे को उतारने पर पार्टी को फायदा होने की बात भी मानी जा रही है... हालांकि कांग्रेस की माने तो हरियाणा और महाराष्ट्र में जिस तरह से कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया है, और पंचायतों में उसकी बेहतर स्थिति रही...उससे पिथौरागढ़ उपचुनाव में जीत की उम्मीदें बढ़ गई है.. ऐसे में फिलहाल प्रत्याशी चयन को लेकर पार्टी काम कर रही है।।

बाइट-जोत सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस


Conclusion:
Last Updated : Oct 28, 2019, 11:37 PM IST
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