देहरादून: उत्तराखंड में भर्तियों में हुई धांधली (rigged in recruitment in uttarakhand) और भाई-भतीजावाद को लेकर अब कांग्रेस हाईकमान ने फ्रंटफुट (Congress on front foot on recruitment rigging case) पर आकर लड़ने का मन बना लिया है. बीते रोज कांग्रेस के वरिष्ट नेता राहुल गांधी (Senior Congress leader Rahul Gandhi) ने उत्तराखंड में हुई भर्ती अनियमितता मामले और विधानसभा में बैक डोर से भर्ती मामले पर धामी सरकार (Rahul Gandhi recruitment case from back door) को जमकर घेरा. राहुल गांधी ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर लंबा चौड़ा पोस्ट भी लिखा. अब इस मामले की पूरी जानकारी के साथ उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा (Karan Mahra summoned Delhi) को दिल्ली तलब किया गया है.
कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड विधानसभा के भीतर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय से लेकर मदन कौशिक, प्रेमचंद्र अग्रवाल, रेखा आर्य और सतपाल महाराज के साथ ही धन सिंह रावत के स्टाफ कर्मियों को नियुक्ति देने पर हल्ला बोलने की तैयारी कर ली है. स्थिति यह है कि कांग्रेस हाईकमान ने इस मामले की पूरी जानकारी उत्तराखंड कांग्रेस से मांगी है. इससे संबंधित सभी दस्तावेज भी पार्टी हाईकमान को भेजे गए हैं. बड़ी बात यह है कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को भी दिल्ली हाईकमान की तरफ से बुलावा भेजा गया है.
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इसके बाद अब उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेता के साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली में इस पर जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि इस दौरान नियुक्तियों की एक-एक डिटेल इस प्रेस कॉन्फ्रेस के जरिए दी जाएगी. उत्तराखंड में युवाओं के हुई इस 'ठगी' और अपने चहेतों को नौकरी देने के मामले पर कांग्रेस नेतृत्व सीधे पीएम मोदी को घेरने की योजना बना रहा है. बीते दिनों ही पीएम मोदी ने भाई भतीजावाद को लेकर बयान दिया था. जिस पर अब कांग्रेस पलटवार करने की तैयारी कर रही है.
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विधानसभा में 72 लोगों की नियुक्ति: बता दें कि, विधानसभा में भर्ती के लिए जमकर भाई भतीजावाद किया गया है. विधानसभा में 72 लोगों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री के स्टॉफ विनोद धामी, ओएसडी सत्यपाल रावत से लेकर पीआरओ नंदन बिष्ट तक की पत्नियां विधानसभा में नौकरी पर लगवाई गई हैं. यही नहीं मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पीआरओ की पत्नी और रिश्तेदार को भी नौकरी दी गई है. मदन कौशिक के एक पीआरओ आलोक शर्मा की पत्नी मीनाक्षी शर्मा ने विधानसभा में नौकरी पाई है तो दूसरे की पत्नी आसानी से विधानसभा में नौकरी लेने में कामयाब हो गई.