ETV Bharat / state

उत्तराखंड में कांग्रेस पर लगा मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप, जानिए क्या है मामला

देहरादून शहर काजी मुफ्ती सलीम कासमी का एक ऑडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड कांग्रेस विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है. बीजेपी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाकर मुस्लिम धर्म गुरुओं का सहारा लेने की बात कही है.

uttarakhand congress
uttarakhand congress
author img

By

Published : Nov 13, 2021, 7:45 PM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून में वायरल हुए एक ऑडियो ने प्रदेश की राजनीति को गर्म कर दिया है. मामला कांग्रेस के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक इकाई के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी के देहरादून कार्यक्रम का है, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों को जुटाने के लिए मुफ्ती सलीम कासमी लोगों से गुजारिश करते हुए सुनाई दे रहे हैं. इसी मामले में बीजेपी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाकर मुस्लिम धर्म गुरुओं का सहारा लेने की बात कही है.

राजधानी देहरादून के धर्मपुर विधानसभा में 14 नवंबर यानी कल कांग्रेस के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक इकाई के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी का कार्यक्रम तय हुआ. इसके लिए कांग्रेस की तरफ से तैयारियां भी तेज कर दी गईं लेकिन इमरान प्रतापगढ़ी का देहरादून कार्यक्रम तब विवादों में आ गया, जब सोशल मीडिया पर शहर काजी मुफ्ती सलीम कासमी का एक ऑडियो वायरल हुआ. इसमें मौलाना साहब लोगों से एकजुट होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने और किसी ताकत को हराने की बात कहते हुए सुनाई दे रहे हैं.

उत्तराखंड में कांग्रेस पर लगा मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप

यह ऑडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर राजनीति में तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स कहते हैं कि इस ऑडियो के बाहर आने से कांग्रेस का चेहरा सरेराह हो गया है. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस किस तरह से मुस्लिम समुदाय को भड़काकर उन्हें एकजुट करने की बात कर रही है. यह इस ऑडियो में साफ सुनाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस धर्म गुरुओं का भी राजनीति में इस्तेमाल करने लगी है.

पढ़ें- 'मैंने इगास तो हरदा ने दी 'शुक्रवार' की छुट्टी', डीडीहाट में CM धामी का हिंदुत्व कार्ड!

कांग्रेस ने ऑडियो से किया किनारा: बड़ी बात यह है कि इस मामले पर कांग्रेस पर आरोप लगते ही कांग्रेस ने फौरन अपना इस ऑडियो से पल्ला झाड़ लिया. कांग्रेस को साफ किया कि इस तरह की ऑडियो भाजपा खुद वायरल करवाती है और राजनीतिक रूप से इसका फायदा लेने की कोशिश करती है. कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री ने तो इस ऑडियो से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं होने तक की बात कह दी, जबकि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन का देहरादून कार्यक्रम पूर्व से ही प्रस्तावित है और इस ऑडियो के वायरल होने के बाद उनके इस कार्यक्रम को स्थगित भी कर दिया गया है.

इस मामले की सच्चाई को जानने के लिए ईटीवी भारत ने मुफ्ती सलीम कासमी से बात की. इस दौरान दूरभाष से की गई बातचीत में मुफ्ती सलीम कासमी ने अपने ऑडियो के वायरल होने की बात स्वीकार की. मुफ्ती ने साफ किया कि उनके द्वारा अल्पसंख्यक इकाई के चेयरमैन के आगमन पर लोगों को एकजुट होने के लिए कहा जा रहा था. इस दौरान कांग्रेस के इस ऑडियो से पल्ला झाड़ने के मामले पर मुफ्ती सलीम कासमी कहते हैं कि कांग्रेस में भी अलग-अलग धड़े हैं और इसीलिए शायद कुछ लोग इससे पल्ला झाड़ रहे हैं.

देहरादून: राजधानी देहरादून में वायरल हुए एक ऑडियो ने प्रदेश की राजनीति को गर्म कर दिया है. मामला कांग्रेस के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक इकाई के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी के देहरादून कार्यक्रम का है, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों को जुटाने के लिए मुफ्ती सलीम कासमी लोगों से गुजारिश करते हुए सुनाई दे रहे हैं. इसी मामले में बीजेपी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाकर मुस्लिम धर्म गुरुओं का सहारा लेने की बात कही है.

राजधानी देहरादून के धर्मपुर विधानसभा में 14 नवंबर यानी कल कांग्रेस के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक इकाई के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी का कार्यक्रम तय हुआ. इसके लिए कांग्रेस की तरफ से तैयारियां भी तेज कर दी गईं लेकिन इमरान प्रतापगढ़ी का देहरादून कार्यक्रम तब विवादों में आ गया, जब सोशल मीडिया पर शहर काजी मुफ्ती सलीम कासमी का एक ऑडियो वायरल हुआ. इसमें मौलाना साहब लोगों से एकजुट होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने और किसी ताकत को हराने की बात कहते हुए सुनाई दे रहे हैं.

उत्तराखंड में कांग्रेस पर लगा मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप

यह ऑडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर राजनीति में तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स कहते हैं कि इस ऑडियो के बाहर आने से कांग्रेस का चेहरा सरेराह हो गया है. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस किस तरह से मुस्लिम समुदाय को भड़काकर उन्हें एकजुट करने की बात कर रही है. यह इस ऑडियो में साफ सुनाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस धर्म गुरुओं का भी राजनीति में इस्तेमाल करने लगी है.

पढ़ें- 'मैंने इगास तो हरदा ने दी 'शुक्रवार' की छुट्टी', डीडीहाट में CM धामी का हिंदुत्व कार्ड!

कांग्रेस ने ऑडियो से किया किनारा: बड़ी बात यह है कि इस मामले पर कांग्रेस पर आरोप लगते ही कांग्रेस ने फौरन अपना इस ऑडियो से पल्ला झाड़ लिया. कांग्रेस को साफ किया कि इस तरह की ऑडियो भाजपा खुद वायरल करवाती है और राजनीतिक रूप से इसका फायदा लेने की कोशिश करती है. कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री ने तो इस ऑडियो से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं होने तक की बात कह दी, जबकि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन का देहरादून कार्यक्रम पूर्व से ही प्रस्तावित है और इस ऑडियो के वायरल होने के बाद उनके इस कार्यक्रम को स्थगित भी कर दिया गया है.

इस मामले की सच्चाई को जानने के लिए ईटीवी भारत ने मुफ्ती सलीम कासमी से बात की. इस दौरान दूरभाष से की गई बातचीत में मुफ्ती सलीम कासमी ने अपने ऑडियो के वायरल होने की बात स्वीकार की. मुफ्ती ने साफ किया कि उनके द्वारा अल्पसंख्यक इकाई के चेयरमैन के आगमन पर लोगों को एकजुट होने के लिए कहा जा रहा था. इस दौरान कांग्रेस के इस ऑडियो से पल्ला झाड़ने के मामले पर मुफ्ती सलीम कासमी कहते हैं कि कांग्रेस में भी अलग-अलग धड़े हैं और इसीलिए शायद कुछ लोग इससे पल्ला झाड़ रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.