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चारधाम यात्रा 2023 में श्रद्धालुओं की संख्या ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, सफलता का श्रेय लेने की BJP-कांग्रेस में मची होड़ - Credits of Chardham Yatra 2023

Chardham Yatra 2023 चारधाम यात्रा 2023 ने अभी तक के अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 22 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में 1 नवंबर की शाम तक 54 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. अभी भी यात्रा समाप्त होने के लिए 10 दिन शेष हैं. सबसे ज्यादा 19 लाख के करीब श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे हैं.

Credits of Chardham Yatra 2023
चारधाम यात्रा 2023 का श्रेय
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 2, 2023, 1:38 PM IST

Updated : Nov 2, 2023, 2:50 PM IST

चारधाम यात्रा 2023 में रिकॉर्ड तोड़ सफलता का श्रेय लेने की BJP-कांग्रेस में मची होड़

देहरादूनः उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं ने इस सीजन सभी पुराने रिकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया है. दूसरी तरफ प्रदेश की राजनीति में इसका श्रेय लेने की होड़ मची है. भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री के चारधाम आने, उत्तराखंड से उनका लगाव, पीएम के मार्गदर्शन में किए गए पुनर्निर्माण कार्यों के कारण श्रद्धालुओं की संख्या हर साल बढ़ रही है. जबकि दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस ने दावा किया है कि 2013 की आपदा के दौरान कांग्रेस की सरकार थी. उस दौरान की गई कांग्रेस की बेहतर व्यवस्था के कारण वर्तमान में रिकॉर्डतोड़ यात्री पहुंच रहे हैं.

Credits of Chardham Yatra 2023
बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 27 अप्रैल से 1 नवंबर रात्रि तक 17,20,514 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन.

उत्तराखंड चारधाम यात्रा जारी है. यात्रा में रिकॉर्डतोड़ यात्री भी पहुंच रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड राज्य गठन से पहले चारधाम यात्रा पर इतना फोकस नहीं था. लेकिन राज्य गठन के बाद चारधाम पर विशेष फोकस किया जाने लगा. शुरुआती दौर में यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हुआ करती थी. लेकिन धीरे- धीरे यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है. हालांकि साल 2013 में केदार घाटी में आई भीषण आपदा के बाद चारधाम यात्रा पर ब्रेक लग गया था. यही कारण रहा कि साल 2014 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रही. लेकिन जब से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्य शुरू हुए, उसके बाद धीरे-धीरे चारधाम में रौनक लौटनी शुरू हो गई.

Credits of Chardham Yatra 2023
केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 25 अप्रैल से 1नवंबर तक 18,98,161 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

साल 2019 में श्रद्धालुओं का बना रिकॉर्ड: साल 2015 से श्रद्धालुओं की संख्या ने रफ्तार पकड़नी शुरू की. आलम यह रहा कि साल 2019 में श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. उस दौरान करीब 32 लाख 40 हजार श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए थे. ये आंकड़ा उस दौरान काफी अधिक था. क्योंकि श्रद्धालुओं के इस आंकड़े ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान और ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज किया था.
ये भी पढ़ेंः बाबा केदार की यात्रा रच रही नया कीर्तिमान, 17 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने टेका मत्था, दीपावली पर PM कर सकते हैं दर्शन!

54 लाख में पार पहुंचा आंकड़ा: इसके बाद साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद साल 2020-21 में चारधाम यात्रा बाधित रही. साल 2022 में चारधाम यात्रा ने फिर से रफ्तार पकड़ी. 2022 में चारधाम दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए आंकड़ा 44 लाख 32 हजरा 268 पहुंचाया. लेकिन 2023 में तो श्रद्धालुओं ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. इस साल 2023 में चारधाम के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 54 लाख के पार पहुंच चुका है. जबकि अभी भी यात्रा में करीब 12 दिन का समय शेष है. ऐसे में चारधाम के इस जादुई आंकड़े को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं जोरों पर हैं.

Credits of Chardham Yatra 2023
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि 22 अप्रैल से 1 नवंबर तक 7,27,359 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

हरीश रावत ने लिया श्रेय: दरअसल, साल 2013 के जून महीने में केदारघाटी में भीषण आपदा आई थी. उस दौरान प्रदेश की कमान तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा के हाथों में थी. इसके बाद साल 2014 में राज्य की कमान हरीश रावत को सौंप दी गई. चारधाम यात्रा में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं के सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान 2013 की आपदा के बाद चारधाम यात्रा की स्थितियां सुधारने के बाद यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा है.

भाजपा ने लिया श्रेय: दूसरी तरफ हरीश रावत के जवाब पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में जो पुनर्निर्माण कार्य हुए हैं. साथ ही तमाम जो व्यवस्थाएं मुकम्मल कराई गई हैं, उसके चलते ही लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. साल 2013 की आपदा के बाद केंद्र सरकार की व्यवस्थाओं ने एक बड़ा संदेश दिया. यही कारण है कि चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है.
ये भी पढ़ेंः Chardham Yatra 2023: 14 नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट, 15 नवंबर को संपन्न होगी यमुनोत्री धाम की यात्रा

साल दर साल चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या:

  1. साल 2012 में 27,98,466 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए.
  2. 2013 में 13,53,139 श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए.
  3. 2014 में 3,27,213 यात्रियों ने चारधाम यात्रा की.
  4. 2015 में 8,75,077 भक्तों ने चारधाम के दर्शन किए.
  5. 2016 में 15,21,494 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की.
  6. 2017 में 23,24,158 यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए.
  7. 2018 में 27,69,508 श्रद्धालुओं ने चारधाम दर्शन किए
  8. 2019 में 32,40,882 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की.
  9. 2020 में 3,11,549 यात्री चारधाम यात्रा पर आए.
  10. 2021 में 3,11,549 यात्रियों ने चारधाम यात्रा की.
  11. 2022 में 44,32,268 श्रद्धालुओं रिकॉर्ड बनाते हुए चारधाम यात्रा की.
  12. साल 2023 में 22 अप्रैल से एक नवंबर तक 54,05,868 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं.

चारधाम यात्रा 2023 में रिकॉर्ड तोड़ सफलता का श्रेय लेने की BJP-कांग्रेस में मची होड़

देहरादूनः उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं ने इस सीजन सभी पुराने रिकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया है. दूसरी तरफ प्रदेश की राजनीति में इसका श्रेय लेने की होड़ मची है. भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री के चारधाम आने, उत्तराखंड से उनका लगाव, पीएम के मार्गदर्शन में किए गए पुनर्निर्माण कार्यों के कारण श्रद्धालुओं की संख्या हर साल बढ़ रही है. जबकि दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस ने दावा किया है कि 2013 की आपदा के दौरान कांग्रेस की सरकार थी. उस दौरान की गई कांग्रेस की बेहतर व्यवस्था के कारण वर्तमान में रिकॉर्डतोड़ यात्री पहुंच रहे हैं.

Credits of Chardham Yatra 2023
बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 27 अप्रैल से 1 नवंबर रात्रि तक 17,20,514 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन.

उत्तराखंड चारधाम यात्रा जारी है. यात्रा में रिकॉर्डतोड़ यात्री भी पहुंच रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड राज्य गठन से पहले चारधाम यात्रा पर इतना फोकस नहीं था. लेकिन राज्य गठन के बाद चारधाम पर विशेष फोकस किया जाने लगा. शुरुआती दौर में यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हुआ करती थी. लेकिन धीरे- धीरे यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है. हालांकि साल 2013 में केदार घाटी में आई भीषण आपदा के बाद चारधाम यात्रा पर ब्रेक लग गया था. यही कारण रहा कि साल 2014 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रही. लेकिन जब से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्य शुरू हुए, उसके बाद धीरे-धीरे चारधाम में रौनक लौटनी शुरू हो गई.

Credits of Chardham Yatra 2023
केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 25 अप्रैल से 1नवंबर तक 18,98,161 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

साल 2019 में श्रद्धालुओं का बना रिकॉर्ड: साल 2015 से श्रद्धालुओं की संख्या ने रफ्तार पकड़नी शुरू की. आलम यह रहा कि साल 2019 में श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. उस दौरान करीब 32 लाख 40 हजार श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए थे. ये आंकड़ा उस दौरान काफी अधिक था. क्योंकि श्रद्धालुओं के इस आंकड़े ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान और ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज किया था.
ये भी पढ़ेंः बाबा केदार की यात्रा रच रही नया कीर्तिमान, 17 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने टेका मत्था, दीपावली पर PM कर सकते हैं दर्शन!

54 लाख में पार पहुंचा आंकड़ा: इसके बाद साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद साल 2020-21 में चारधाम यात्रा बाधित रही. साल 2022 में चारधाम यात्रा ने फिर से रफ्तार पकड़ी. 2022 में चारधाम दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए आंकड़ा 44 लाख 32 हजरा 268 पहुंचाया. लेकिन 2023 में तो श्रद्धालुओं ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. इस साल 2023 में चारधाम के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 54 लाख के पार पहुंच चुका है. जबकि अभी भी यात्रा में करीब 12 दिन का समय शेष है. ऐसे में चारधाम के इस जादुई आंकड़े को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं जोरों पर हैं.

Credits of Chardham Yatra 2023
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि 22 अप्रैल से 1 नवंबर तक 7,27,359 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

हरीश रावत ने लिया श्रेय: दरअसल, साल 2013 के जून महीने में केदारघाटी में भीषण आपदा आई थी. उस दौरान प्रदेश की कमान तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा के हाथों में थी. इसके बाद साल 2014 में राज्य की कमान हरीश रावत को सौंप दी गई. चारधाम यात्रा में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं के सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान 2013 की आपदा के बाद चारधाम यात्रा की स्थितियां सुधारने के बाद यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा है.

भाजपा ने लिया श्रेय: दूसरी तरफ हरीश रावत के जवाब पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में जो पुनर्निर्माण कार्य हुए हैं. साथ ही तमाम जो व्यवस्थाएं मुकम्मल कराई गई हैं, उसके चलते ही लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. साल 2013 की आपदा के बाद केंद्र सरकार की व्यवस्थाओं ने एक बड़ा संदेश दिया. यही कारण है कि चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है.
ये भी पढ़ेंः Chardham Yatra 2023: 14 नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट, 15 नवंबर को संपन्न होगी यमुनोत्री धाम की यात्रा

साल दर साल चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या:

  1. साल 2012 में 27,98,466 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए.
  2. 2013 में 13,53,139 श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए.
  3. 2014 में 3,27,213 यात्रियों ने चारधाम यात्रा की.
  4. 2015 में 8,75,077 भक्तों ने चारधाम के दर्शन किए.
  5. 2016 में 15,21,494 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की.
  6. 2017 में 23,24,158 यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए.
  7. 2018 में 27,69,508 श्रद्धालुओं ने चारधाम दर्शन किए
  8. 2019 में 32,40,882 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की.
  9. 2020 में 3,11,549 यात्री चारधाम यात्रा पर आए.
  10. 2021 में 3,11,549 यात्रियों ने चारधाम यात्रा की.
  11. 2022 में 44,32,268 श्रद्धालुओं रिकॉर्ड बनाते हुए चारधाम यात्रा की.
  12. साल 2023 में 22 अप्रैल से एक नवंबर तक 54,05,868 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं.
Last Updated : Nov 2, 2023, 2:50 PM IST
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