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राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए थे सीएम त्रिवेंद्र, भेष बदलकर गए थे अयोध्या

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए थे. सीएम त्रिवेंद्र मेरठ से भेष बदलकर अयोध्या पहुंचे थे.

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Published : Aug 5, 2020, 3:52 PM IST

Updated : Aug 5, 2020, 6:03 PM IST

CM RAWAT
राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए थे सीएम त्रिवेंद्र

देहरादून: अयोध्या में आज इतिहास रचा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया है. पीएम मोदी ने यहां कहा कि राम मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा. पीएम मोदी ने अयोध्या पहुंच हनुमानगढ़ी में पूजा की, जिसके बाद उन्होंने रामलला के भी दर्शन किए. लाइव प्रसारण के जरिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी ऐतिहासिक पल के साक्षी बने.

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कई वर्षों के संघर्ष के बाद आज वह स्वर्णिम अवसर है, जब राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया है. अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए हजारों लोगों ने बलिदान दिया है. आज उन हजारों लोगों का संघर्ष स्वरूप ले रहा है. उन्होंने कहा कि 1989 में जब अयोध्या में श्रीराम मंदिर आंदोलन अपने चरम पर था, तब लोग राम मंदिर निर्माण के लिए जागरण करते थे.

राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए थे सीएम त्रिवेंद्र.

ये भी पढ़ें: धर्मनगरी से फूंका था राम मंदिर आंदोलन का बिगुल, 500 साल का सपना हुआ साकार

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 1989 में जब राम मंदिर आंदोलन चल रहा था, तब लोगों से मंदिर निर्माण के लिए सवा रुपए बतौर दान एकत्रित किए जाते थे. ताकि एक राम मंदिर निर्माण में एक पत्थर दानकर्ता के नाम भी लगाया जा सके. उत्तरकाशी के दूरस्थ गांव लिवाड़ी-खिताड़ी 18 किमी पैदल चलकर लोग राम मंदिर निर्माण के लिए शिलाएं लगाए गए. श्रीराम मंदिर भूमि पूजन से आंदोलन में बलिदान देने वाले लोगों की आत्मा को शांति मिलेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जब 1989 में आंदोलन चल रहा था, तब वे मेरठ में थे. भेष बदलकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आंदोलन में भाग लिया था. सीएम ने कहा कि हमारे साथ हजारों लोगों ने इस आंदोलन में भाग लिया था. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने बताया कि उनकी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी वार्ता हुई है और जल्द ही वे अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे. साथ ही अयोध्या में जो श्रीराम मंदिपर बनेगा, उसका स्वरूप भी देखकर आएंगे.

देहरादून: अयोध्या में आज इतिहास रचा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया है. पीएम मोदी ने यहां कहा कि राम मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा. पीएम मोदी ने अयोध्या पहुंच हनुमानगढ़ी में पूजा की, जिसके बाद उन्होंने रामलला के भी दर्शन किए. लाइव प्रसारण के जरिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी ऐतिहासिक पल के साक्षी बने.

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कई वर्षों के संघर्ष के बाद आज वह स्वर्णिम अवसर है, जब राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया है. अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए हजारों लोगों ने बलिदान दिया है. आज उन हजारों लोगों का संघर्ष स्वरूप ले रहा है. उन्होंने कहा कि 1989 में जब अयोध्या में श्रीराम मंदिर आंदोलन अपने चरम पर था, तब लोग राम मंदिर निर्माण के लिए जागरण करते थे.

राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए थे सीएम त्रिवेंद्र.

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सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 1989 में जब राम मंदिर आंदोलन चल रहा था, तब लोगों से मंदिर निर्माण के लिए सवा रुपए बतौर दान एकत्रित किए जाते थे. ताकि एक राम मंदिर निर्माण में एक पत्थर दानकर्ता के नाम भी लगाया जा सके. उत्तरकाशी के दूरस्थ गांव लिवाड़ी-खिताड़ी 18 किमी पैदल चलकर लोग राम मंदिर निर्माण के लिए शिलाएं लगाए गए. श्रीराम मंदिर भूमि पूजन से आंदोलन में बलिदान देने वाले लोगों की आत्मा को शांति मिलेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जब 1989 में आंदोलन चल रहा था, तब वे मेरठ में थे. भेष बदलकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आंदोलन में भाग लिया था. सीएम ने कहा कि हमारे साथ हजारों लोगों ने इस आंदोलन में भाग लिया था. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने बताया कि उनकी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी वार्ता हुई है और जल्द ही वे अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे. साथ ही अयोध्या में जो श्रीराम मंदिपर बनेगा, उसका स्वरूप भी देखकर आएंगे.

Last Updated : Aug 5, 2020, 6:03 PM IST
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