देहरादून: उत्तराखंड में प्रकृति का पर्व हरेला आज से शुरू हो चुका है. हरेला प्रकृति से स्थानीय लोगों के जुड़ाव, प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का पर्व है. इस पर्व को उत्तराखंडवासी उत्साह से मनाते हैं. आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून की रायपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित अस्थल गांव में बरगद का वृक्ष लगाकर हरेला पर्व का शुभारंभ किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया.
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हरियाली के प्रतीक "हरेला पर्व" के पावन अवसर पर पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के बीच मुख्यमंत्री आवास में वृक्षारोपण किया। आइये, हम कोरोना से बचाव के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए एक पौधा अवश्य लगाएँ।#हरेला pic.twitter.com/JxGh9t9OZa
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) July 16, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) July 16, 2020हरियाली के प्रतीक "हरेला पर्व" के पावन अवसर पर पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के बीच मुख्यमंत्री आवास में वृक्षारोपण किया। आइये, हम कोरोना से बचाव के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए एक पौधा अवश्य लगाएँ।#हरेला pic.twitter.com/JxGh9t9OZa
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) July 16, 2020
राजधानी देहरादून में आज हरेला के पर्व के मौके पर जिला प्रशासन और वन विभाग 3 लाख पौधे लगा रहा है. बता दें कि हरेला पर्व पर इस बार राज्य सरकार ने सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. लेकिन कोविड-19 के चलते कार्यक्रम को सीमित रखा गया. इन सब के बावजूद भी प्रशासन ने वृक्षारोपण के लिए जागरूकता अभियान और अपने प्रयासों से बड़ी तादाद में वृक्ष रोपित करने में सफलता हासिल की. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वृक्षारोपण करते हुए लोगों को अपने घरों में तीन वृक्ष अवश्य लगाने का सुझाव दिया.
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हरेला पर्व पर सरकार का कार्यक्रम और भी बड़े स्तर पर वृक्षारोपण करने का था. लेकिन कोविड-19 के चलते सीमित कार्यक्रम को आयोजित किया गया है. इस सब के बावजूद भी जिला प्रशासन ने जिस तरह से उत्साह दिखाया है उसके कारण लाखों पेड़ एक घंटे में ही लगाने के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया.