देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हंस फाउंडेशन की सहयोग से उत्तराखंड के लिए 105 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने हंस फाउंडेशन की तरफ से प्रदेश में किए जा रहे विकास कार्यों भी सराहना की.
उत्तराखंड में 105 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत की गई है. हंस फाउंडेशन की तरफ से चलाई जाने वाली इन परियोजनाओं का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुभारंभ किया. इसमें हंस जलधारा के तहत 200 गांव में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति, 200 गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण, राष्ट्रीय स्तर का स्किल डेवलपमेंट सेंटर का निर्माण इसमें शामिल है.
दरअसल, माता मंगला के जन्म दिवस के मौके पर इन परियोजनाओं को शुरू किया गया है. हंस फाउंडेशन इससे पहले प्रदेश में वापस लौटे प्रवासियों को 25 करोड़ की आर्थिक मदद भी दे चुका है. यही नहीं फाउंडेशन की तरफ से विभिन्न योजना के तहत राज्य में सैकड़ों करोड़ रुपए भी दिए गए हैं. इन योजनाओं में हंस जल धारा के तहत लगभग 200 गांव में शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना प्रमुख है. जिसकी लागत लगभग 50 करोड़ रूपये है. इस योजना को उत्तराखंड में दो से तीन साल में पूरा किया जाना है. हंस फाउंडेशन द्वारा राज्य में लगभग 200 गांव में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण किया जाना है. जिनकी लागत लगभग 30 करोड़ रुपये है.
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने माता मंगला के सुदीर्घ जीवन की कामना की. उन्होंने कहा कि माता मंगला के जीवन संघर्ष और उनकी सेवा भाव की विचारधारा हम सभी को प्रेरित करती है. उनका जीवन गरीबों की निस्वार्थ सेवा में समर्पित है. राज्य सरकार को भी हमेशा उनका सहयोग मिला है. आज मंगला माता के जन्मदिवस पर 105 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात मिली है. यह निश्चित तौर पर हमारे राज्य को विकास के पथ पर लेकर जाएगा. नेशनल स्किल डेवलपमेंट सेंटर का निर्माण प्रमुख है. इस योजना से उत्तराखंड के हजारों नौजवानों को रोजगार के अवसर तो मिलेंगे ही साथ ही पलायन की मार झेल रहे उत्तराखंड से पलायन भी रुकेगा.