देहरादून: देशभर में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए भाजपा आलाकमान ने वर्चुअल रैलियों के माध्यम से जनता से जुड़ने का अभियान चलाया. जहां केंद्र सरकार ने दूसरे कार्यकाल के साल भर पूरे होने पर वर्चुअल रैली के माध्यम से अपने कामों का हिसाब दिया. वहीं उत्तराखंड में भी त्रिवेंद्र सरकार के मंत्रियों से लेकर भाजपा नेताओं ने विभिन्न विधानसभाओं को इसके जरिए कवर किया. भाजपा वर्चुअल रैलियों से प्रदेश की एक-चौथाई जनता तक पहुंचने का भी दावा कर रही है. उत्तराखंड में अगर वर्चुअल रैलियों के आंकड़ों की बात की जाये तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा में सभी नेताओं को पीछे छोड़ दिया है.
उत्तराखंड भाजपा पिछले लंबे समय से वर्चुअल रैली के जरिए आम लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. कोरोना के चलते जनता के बीच न जाने का तोड़ निकालते हुए भाजपा ने वर्चुअल रैलियों का रास्ता इख्तियार किया था. जिसके बाद भाजपा ने दावा किया है कि इन्हीं रैलियों के जरिये पार्टी ने प्रदेश की एक चौथाई जनता तक पहुंच बनाई है. वो बात अलग है कि रैलियों से सीधे जुड़ने वालों की संख्या इससे काफी कम है. बावजूद भाजपा अपनी पीठ थपथपाते हुए इन वर्चुअल रैलियों को सफल मान रही है.
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आंकड़ों पर गौर करें तो उत्तराखंड भाजपा ने फेसबुक पेज, सिस्को वेबैक्स ऐप और बीटली लिंक पर लोगों को जोड़ा. इसमें फेसबुक पेज पर कुल रीच 20,13,259 रही, जबकि लाइव देखने वाले लोगों की संख्या 7,29,300 थी. इसी तरह बिटली लिंक पर आने वाले लोगों की संख्या 42,362 थी. वहीं सिस्को वेबैक्स ऐप के जरिये कुल 10,038 लोग भाजपा से जुड़े.पढ़ें- आर्थिक संकट से जूझ रहा महान सर्वेयर नैन सिंह रावत का परिवार, सतपाल महाराज ने की मदद
यह आंकड़ा प्रदेश में 10 जून 2020 तक हुई वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का है. जिसमें सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बाकी सभी नेताओं को पछाड़ा है. इन रैलियों में सीएम त्रिवेंद्र सबसे ज्यादा सुने गए. प्रदेश में वर्चुअल रैली के दौरान पिथौरागढ़ जैसे दूरस्थ जिले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की रैली सबसे ज्यादा रीच बनाने में कामयाब रही. यहां फेसबुक के जरिए कुल रीच 1.26,002 थी. हालांकि पेज व्यूज महज 27,000 तक ही पहुंचा.पढ़ें- ऑनर किलिंग मामले में आरोपी पिता को जेल, नाबालिग बेटी की हत्या का है आरोप
इसी तरह भगवानपुर के लिए की गई वर्चुअल रैली में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की फेसबुक रीच 1,20,774 थी. यहां रैली को सीधे सुनने वालों की संख्या 32,700 थी. वर्चुअल रैली में केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक दूसरे नंबर पर रहे. रमेश पोखरियाल निशंक ने धर्मपुर विधानसभा के लिए वर्चुअल रैली की. जिसकी पहुंच 23,430 थी, जबकि इसे 33,000 लोगों ने सुना.
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उत्तराखंड भाजपा में सबसे खराब हालात प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की वर्चुअल रैली वाली विधानसभाओं की रही. भाजपा नेता तरुण चुग की खानपुर की वर्चुअल रैली को महज 1000 लोगों ने ही देखा. इसी तरह इनकी ज्वालापुर की रैली में भी महज 2000 लोग ही जुड़े. भाजपा नेता कुलदीप कुमार ने रुद्रपुर में जो रैली की उसमें 2,600 लोगों के ही व्यूज आया. बागेश्वर में प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की रैली में महज 3700 लोग ही रैली के माध्यम से एफबी पर जुड़े. इसी तरह प्रदेश की 70 विधानसभाओं में से 15 से ज्यादा विधानसभाएं ऐसी थी जो 10,000 का आंकड़ा भी एफबी पर पार नहीं कर सकी.
भाजपा की वर्चुअल रैली को लेकर पार्टी संगठन ने एक डाटा तैयार किया है. जिसमें विभिन्न नेताओं और विधानसभाओं में की गई रैलियों का पूरा हिसाब किताब और रिकॉर्ड रखा गया. वहीं, कांग्रेस भाजपा की वर्चुअल रैलियों को केवल आंकड़ों का पुलिंदा ही मान रही है. कांग्रेस की मानें तो पहाड़ों तक नेटवर्क ही नहीं पहुंचते जबकि राज्य का केवल 40% हिस्सा ही नेटवर्क से जुड़ा है. ऐसे में भाजपा का वर्चुअल आंकड़ा वर्चुअल ही मालूम होता है.