देहरादून: कोरोना वायरस दुनिया भर में कोहराम मचा रहा है. कोरोना वायरस संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया. लॉकडाउन के 21वें दिन पत्रकारों से बातचीत में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी दुनिया के अनुभव को देखते हुए दूसरे चरण का लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. जो सही समय पर लिया गया उचित निर्णय है. पीएम ने दूसरे चरण के लॉकडाउन का निर्णय लेने से पहले तमाम विशेषज्ञों की राय भी ली थी.
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सीएम रावत ने कहा कि दूसरे चरण के लॉकडाउन के अच्छे परिणाम जल्द ही देश को देखने को मिलेगा. जिन इलाकों में कोरोना वायरस के लगातार मरीज मिल रहे हैं, अगर उनको छोड़ दिया जाए तो अधिकतर जगहों पर इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे. ऐसे में हम सबको पीएम मोदी की अपील का पालन करना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग को बरकार रखना चाहिए. तभी हम भारत से कोरोना वायरस का खात्मा कर पाएंगे.
उत्तराखंड पर निर्णय जल्द
सीएम रावत ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन जारी होने के बाद ही प्रदेश के जुड़े फैसले लिए जाएंगे. किन-किन जिलों में शर्तों के साथ छूट दी जा सकती है, जल्द ही सरकार इस पर फैसला लेगी. सीएम रावत के मुताबिक, उत्तराखंड के लिए आने वाले 5 दिन बेहद गंभीर है. लिहाजा हम सभी को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. साथ ही सरकार की गाइडलाइन का हर हाल में अनुसरण करना होगा.
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आर्थिक नुकसान का हो रहा आकलन
कोरोना वायरस के बाद ऐसा देखने में आया है कि कई हजार लोग उत्तराखंड वापस आ गए हैं. लिहाजा उन्होंने चीफ सेक्रेटरी और तमाम विभागों को यह निर्देश दिए हैं कि हमारे युवा जिनको आर्थिक मामलों का अनुभव है. उनका एक ग्रुप बनाया जाएगा और वह ग्रुप राज्य में हो रहे आर्थिक नुकसान का आकलन कर उससे निपटने की प्लानिंग करेगा.
सीएम रावत के मुताबिक, सरकार ने बीते तीन साल में जो काम किए थे. वो कोरोना वायरस की वजह से प्रभावित हुआ है. ऐसे में युवाओं का दल कम संसाधन में राज्य की विकास गति को आगे बढ़ाने की तैयारियों की प्लानिंग करेंगे. इसके साथ ही पहाड़ में वापस आए लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने पर भी विचार कर ही है. क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से लोगों को नौकरियां नहीं मिलेंगी. ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है कि वो वापस लौटे लोगों को रोजगार से जोड़े.
चारधाम यात्रा को लेकर मंथन
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से हमारी यात्रा पूरी तरह से प्रभावित हुई है. फिलहाल यात्रा में श्रद्धालुओं के आने की बात हमें नहीं करनी है. क्योंकि केंद्र सरकार किसी भी जगह भीड़-भाड़ नहीं लगाने की अपील कर रहा है. ऐसे में श्रद्धालुओं का आना अभी संभव नहीं है. लेकिन हम तमाम धार्मिक आयोजन तय तिथि पर विधि-विधान से ही करवाएंगे. राज्य सरकार घर बैठे लोगों को ऑनलाइन चारधाम यात्रा के दर्शन कराने पर भी विचार कर रही है.