देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे पर (CM Pushkar Singh Dhami visit delhi) हैं. दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी (Union Tourism Minister G Kishan Reddy) के साथ बैठक की. बैठक में मानसखंड कॉरिडोर (Manaskhand corridor) को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है. इसके अलावा पर्यटन के जुड़े कई अन्य मुद्दों पर दोनों ने बातचीत की.
बैठक के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चरणबद्ध तरीके से मानसखंड कॉरिडोर की स्थापना पर काम कर रहे हैं, जिसको लेकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ चर्चा हुई. वहीं पहले चरण में दो प्रोजेक्ट पाइप लाइन में हैं, जिनमें से एक कुमाऊं क्षेत्र की आदि कैलाश यात्रा और दूसरा गढ़वाल का माणा गांव का प्रोजेक्ट हैं. इन दोनों प्रोजेक्ट पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने अपनी सहमति दी है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इसके अलावा स्वदेश दर्शन और मिनी प्रसाद योजनाओं का प्रस्ताव रखा है. मैंने उनसे जल्द से जल्द उन्हें मंजूरी देने का अनुरोध किया. उन्होंने इस पर मंजूरी देने का आश्वासन दिया है. आज विश्व पर्यटन दिवस (world tourism day) है. उत्तराखंड पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण प्रदेश है.
क्या है मानसखंड कॉरिडोर: बता दें कि मध्य हिमालयी क्षेत्र गढ़वाल और कुमाऊं को उत्तराखंड कहा गया है. पुराणों में गढ़वाल को केदारखंड तो कुमाऊं मंडल को मानसखंड के रूप में जाना जाता है. सरकार अब पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गढ़वाल के चार धाम की तर्ज पर कुमाऊं के मंदिरों को विकसित करना चाहती है. इसके लिए मानसखंड कॉरिडोर नाम से प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, जिसे मंदिरमाला प्रोजेक्ट भी कहा जा रहा है. इसके तहत कुमाऊं के प्रमुख मंदिरों को बेहतर सड़कों से कनेक्ट किया जाएगा. गढ़वाल और कुमाऊं के बीच रोड कनेक्टिविटी भी सुधारी जाएगी. जिस पर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात की.