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World Environment Day 2023 पर CM धामी का जनता को संदेश, जानिए क्या है इस साल की थीम

आज के समय में इंसान के सामने सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण के संरक्षण को लेकर है. जिस रफ्तार से वातावरण प्रदूषित हो रहा है, वो मानव जीवन के लिए बड़ा खतरा है. पूरी दुनिया आज वैश्विक तापमान यानी Global warming को कम करने में लगी हुई है. पर्यावरण के संरक्षण के लिए हर साल पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है.

World Environment Day
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Published : Jun 5, 2023, 12:21 PM IST

Updated : Jun 5, 2023, 1:47 PM IST

देहरादून: लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जाता है. उत्तराखंड में भी विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर कई कार्यक्रमों को आयोजन किया गया है. उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी लोगों से अपील की है कि वो सिंगल यूज प्लास्टिक का पूर्ण रूप से त्याग करें.

  • #WATCH | Uttarakhand is the state that takes utmost care of its environment. We take all possible measures to ensure that plastics are not used and we try to keep our environment clean: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami on the occasion of World Environment Day pic.twitter.com/bqqpmqI8QW

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड ऐसा राज्य है जो अपने पर्यावरण का अत्यधिक ख्याल रखता है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करते हैं कि प्लास्टिक का उपयोग न हो और हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने की कोशिश करते हैं.
पढ़ें- Greenland glaciers Melting : 20वीं शताब्दी की तुलना में तीन गुना तेजी से पिघल रहे हैं ग्रीनलैंड ग्लेशियर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड पूरे देश और दुनिया को शुद्ध पर्यावरण और स्वच्छ पानी देने का काम करता है. उत्तराखंड की 70 प्रतिशत जमीन पर आज जंगल है. उत्तराखंड के लोग अधिक से अधिक सचेत रहकर पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आ रहे है.

  • देहरादून में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम pic.twitter.com/WDZy7KFSlH

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उत्तराखंड में पर्यावरण को बचाया जा सके, इसके लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाई जा रही है. वहीं, राज्य में अधिक से अधिक पौधा रोपण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता के अपील है कि वो विश्व पर्यावरण दिवस पर संकल्प ले कि वर्षों से जो प्राकृतिक जल स्त्रोत हमें पानी दे रहे है, लेकिन आज वे सूखने की कगार पर पहुंच गए है, वो दोबार से रिचार्ज हो सके. इस दिशा में काम करें. पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए जो भी हो सकता है, उस दिशा में हमें प्रयास करना चाहिए. पर्यावरण का सरंक्षण प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए.
पढ़ें- आगामी कुछ दशकों में सूख जाएंगी गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र! यूएन की ग्लेशियर पर डरावनी रिपोर्ट

साल 2023 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम: बता दें कि हर साल विश्व पर्यावरण दिवस नई थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल 2023 में World Environment Day की थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान (solutions to plastic pollution) पर आधारित हैं.

World Environment Day 2023
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास

विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास: साल 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था. इसको लेकर स्टॉकहोम (स्वीडन) में पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें पर्यावरण से होने वाले प्रदूषण पर चर्चा की गई है, जिसमें 119 देशों ने हिस्सा लिया था. उसके दो साल बाद से ही हर साल 5 जून 1974 से World Environment Day मानने की शुरुआत हुई. तभी हर साल विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम अलग-अलग देशों में होने लगे, जिसमें हर साल 143 देश भाग लेते है. भारत में 1986 को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू हुआ था था.

देहरादून: लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जाता है. उत्तराखंड में भी विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर कई कार्यक्रमों को आयोजन किया गया है. उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी लोगों से अपील की है कि वो सिंगल यूज प्लास्टिक का पूर्ण रूप से त्याग करें.

  • #WATCH | Uttarakhand is the state that takes utmost care of its environment. We take all possible measures to ensure that plastics are not used and we try to keep our environment clean: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami on the occasion of World Environment Day pic.twitter.com/bqqpmqI8QW

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड ऐसा राज्य है जो अपने पर्यावरण का अत्यधिक ख्याल रखता है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करते हैं कि प्लास्टिक का उपयोग न हो और हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने की कोशिश करते हैं.
पढ़ें- Greenland glaciers Melting : 20वीं शताब्दी की तुलना में तीन गुना तेजी से पिघल रहे हैं ग्रीनलैंड ग्लेशियर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड पूरे देश और दुनिया को शुद्ध पर्यावरण और स्वच्छ पानी देने का काम करता है. उत्तराखंड की 70 प्रतिशत जमीन पर आज जंगल है. उत्तराखंड के लोग अधिक से अधिक सचेत रहकर पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आ रहे है.

  • देहरादून में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम pic.twitter.com/WDZy7KFSlH

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उत्तराखंड में पर्यावरण को बचाया जा सके, इसके लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाई जा रही है. वहीं, राज्य में अधिक से अधिक पौधा रोपण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता के अपील है कि वो विश्व पर्यावरण दिवस पर संकल्प ले कि वर्षों से जो प्राकृतिक जल स्त्रोत हमें पानी दे रहे है, लेकिन आज वे सूखने की कगार पर पहुंच गए है, वो दोबार से रिचार्ज हो सके. इस दिशा में काम करें. पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए जो भी हो सकता है, उस दिशा में हमें प्रयास करना चाहिए. पर्यावरण का सरंक्षण प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए.
पढ़ें- आगामी कुछ दशकों में सूख जाएंगी गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र! यूएन की ग्लेशियर पर डरावनी रिपोर्ट

साल 2023 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम: बता दें कि हर साल विश्व पर्यावरण दिवस नई थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल 2023 में World Environment Day की थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान (solutions to plastic pollution) पर आधारित हैं.

World Environment Day 2023
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास

विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास: साल 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था. इसको लेकर स्टॉकहोम (स्वीडन) में पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें पर्यावरण से होने वाले प्रदूषण पर चर्चा की गई है, जिसमें 119 देशों ने हिस्सा लिया था. उसके दो साल बाद से ही हर साल 5 जून 1974 से World Environment Day मानने की शुरुआत हुई. तभी हर साल विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम अलग-अलग देशों में होने लगे, जिसमें हर साल 143 देश भाग लेते है. भारत में 1986 को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू हुआ था था.

Last Updated : Jun 5, 2023, 1:47 PM IST
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