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मत्स्य पालन को बढ़ाने पर सीएम धामी का फोकस, आधुनिक तकनीक अपनाने पर दिया जोर - उत्तराखंड लेटेस्ट न्यूज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 9 जनवरी को मत्स्य पालन विभाग की बैठक की गई. बैठक में मत्स्य पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा भी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में मत्स्य पालन को बढ़ाने पर जोर दिया है.

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Published : Jan 9, 2023, 8:20 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड राज्य में मत्स्य पालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, जिसे देखते हुए राज्य सरकार मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी उचित मार्केटिंग की व्यवस्था भी करने जा रही है. इसी को लेकर 9 जनवरी को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि ये सुनिश्चित किया जाए कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का मत्स्य पालकों को अधिक से अधिक लाभ मिले.

राज्य में मत्स्य पालन को और तेजी से बढ़ावा देने के लिए विभाग को 5 लक्ष्य तय करने के निर्देश दिए हैं, जिसपर फोकस करते हुए समयबद्धता के साथ आगे कार्य किये जाएं. राज्य में मछली की खपत के अनुरूप उत्पादन हो इस दिशा में भी तेजी से प्रयास किये जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर विभाग यह सुनिश्चित करें कि विज्ञान और तकनीक के आधार पर कार्य किये जाएं. कार्यों में आधुनिकतम तकनीक को अपनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिन योजनाओं में केन्द्र एवं राज्य का अंश 90 एवं 10 के अनुपात में हो उनको अधिक प्राथमिकता दी जाए. पढ़ें- जोशीमठ में गिराए जाएंगे दो होटल, पीड़ितों को गौचर-पीपलकोटी में बसाने की तैयारी

उन्होंने कहा कि उधमसिंह नगर में राज्य स्तरीय इंटीग्रेटेड एक्वापार्क के निर्माण के लिए आवश्यक कार्यवाही जल्द पूर्ण की जाए. मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना से भी अधिक से अधिक मत्स्य पालकों को जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि तालाबों के निर्माण से उनमें मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जा सकता है, वहीं जल संरक्षण की दिशा में भी यह सहायक सिद्ध होंगे. उन्होंने कहा कि कलस्टर बनाकर तालाबों का निर्माण किया जाए और उनके माध्यम से मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाए. मत्स्य पालन के क्षेत्र में जिन राज्यों में अच्छा कार्य हो रहा है, उनमें से कुछ कार्य बैस्ट प्रैक्टिस के रूप में किये जाएं.

मत्स्य पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पिथौरागढ़ के डुंगरी ग्राम में कलस्टर के आधार पर तालाबों का निर्माण कराया गया है, जो मॉडल काफी सफल हो रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा एंग्लिंग टूरिज्म पर भी कार्य किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मत्स्य पालकों को मार्केट लिंकेज एवं कोल्ड चैन के विकास की ओर अधिक ध्यान दिये जाने की जरूरत है. राज्य में ट्राउट फार्मिंग को तेजी से बढ़ावा दिया गया है. ट्राउट फार्मिंग के लिए राज्य में 40 से अधिक मत्स्य जीवी सहकारी समितियां कार्य कर रही हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड में हैंप नीति नीति लेकर आ रही धामी सरकार, फाइबर और मेडिसिनल प्रयोग में होगा प्रयोग

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि राज्य में पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी के क्षेत्र में क्या बेहतर हो सकता है, इसके लिए उन्होंने आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड एवं सिंगापुर का अध्ययन भ्रमण किया. भ्रमण के दौरान न्यू साउथ वेल्स, राज्य कृषि मंत्री आस्ट्रेलिया के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई.

आस्ट्रेलिया में भेड़ पालकों द्वारा अपनाई जा रही तकनीक तथा आधुनिक भेड़ पालन विधि को उत्तराखंड में अपनाने एवं राज्य के पशुपालकों को प्रशिक्षण व कौशल विकास के लिए उनसे सहयोग का अनुरोध किया गया. वेलिंग्टन न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त नीता भूषण एवं सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त पी कुमारन के साथ बैठक हुई. उनके साथ राज्य के युवाओं को रोजगार तथा व्यवसाय की संभावनाएं तलाशने पर चर्चा हुई.

वहीं, सचिव मत्स्य बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने कहा कि राज्य में 02 हजार लोग प्रत्यक्ष रूप से मत्स्य पालन से जुड़े हैं. राज्य में 40 एग्लिंग साइड पर कार्य करने की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 71.03 करोड़ रूपये एवं वित्तीय वर्ष 2022-23 में 48.79 करोड़ के प्रोजक्ट स्वीकृत हुए हैं.

देहरादून: उत्तराखंड राज्य में मत्स्य पालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, जिसे देखते हुए राज्य सरकार मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी उचित मार्केटिंग की व्यवस्था भी करने जा रही है. इसी को लेकर 9 जनवरी को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि ये सुनिश्चित किया जाए कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का मत्स्य पालकों को अधिक से अधिक लाभ मिले.

राज्य में मत्स्य पालन को और तेजी से बढ़ावा देने के लिए विभाग को 5 लक्ष्य तय करने के निर्देश दिए हैं, जिसपर फोकस करते हुए समयबद्धता के साथ आगे कार्य किये जाएं. राज्य में मछली की खपत के अनुरूप उत्पादन हो इस दिशा में भी तेजी से प्रयास किये जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर विभाग यह सुनिश्चित करें कि विज्ञान और तकनीक के आधार पर कार्य किये जाएं. कार्यों में आधुनिकतम तकनीक को अपनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिन योजनाओं में केन्द्र एवं राज्य का अंश 90 एवं 10 के अनुपात में हो उनको अधिक प्राथमिकता दी जाए. पढ़ें- जोशीमठ में गिराए जाएंगे दो होटल, पीड़ितों को गौचर-पीपलकोटी में बसाने की तैयारी

उन्होंने कहा कि उधमसिंह नगर में राज्य स्तरीय इंटीग्रेटेड एक्वापार्क के निर्माण के लिए आवश्यक कार्यवाही जल्द पूर्ण की जाए. मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना से भी अधिक से अधिक मत्स्य पालकों को जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि तालाबों के निर्माण से उनमें मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जा सकता है, वहीं जल संरक्षण की दिशा में भी यह सहायक सिद्ध होंगे. उन्होंने कहा कि कलस्टर बनाकर तालाबों का निर्माण किया जाए और उनके माध्यम से मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाए. मत्स्य पालन के क्षेत्र में जिन राज्यों में अच्छा कार्य हो रहा है, उनमें से कुछ कार्य बैस्ट प्रैक्टिस के रूप में किये जाएं.

मत्स्य पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पिथौरागढ़ के डुंगरी ग्राम में कलस्टर के आधार पर तालाबों का निर्माण कराया गया है, जो मॉडल काफी सफल हो रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा एंग्लिंग टूरिज्म पर भी कार्य किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मत्स्य पालकों को मार्केट लिंकेज एवं कोल्ड चैन के विकास की ओर अधिक ध्यान दिये जाने की जरूरत है. राज्य में ट्राउट फार्मिंग को तेजी से बढ़ावा दिया गया है. ट्राउट फार्मिंग के लिए राज्य में 40 से अधिक मत्स्य जीवी सहकारी समितियां कार्य कर रही हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड में हैंप नीति नीति लेकर आ रही धामी सरकार, फाइबर और मेडिसिनल प्रयोग में होगा प्रयोग

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि राज्य में पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी के क्षेत्र में क्या बेहतर हो सकता है, इसके लिए उन्होंने आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड एवं सिंगापुर का अध्ययन भ्रमण किया. भ्रमण के दौरान न्यू साउथ वेल्स, राज्य कृषि मंत्री आस्ट्रेलिया के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई.

आस्ट्रेलिया में भेड़ पालकों द्वारा अपनाई जा रही तकनीक तथा आधुनिक भेड़ पालन विधि को उत्तराखंड में अपनाने एवं राज्य के पशुपालकों को प्रशिक्षण व कौशल विकास के लिए उनसे सहयोग का अनुरोध किया गया. वेलिंग्टन न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त नीता भूषण एवं सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त पी कुमारन के साथ बैठक हुई. उनके साथ राज्य के युवाओं को रोजगार तथा व्यवसाय की संभावनाएं तलाशने पर चर्चा हुई.

वहीं, सचिव मत्स्य बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने कहा कि राज्य में 02 हजार लोग प्रत्यक्ष रूप से मत्स्य पालन से जुड़े हैं. राज्य में 40 एग्लिंग साइड पर कार्य करने की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 71.03 करोड़ रूपये एवं वित्तीय वर्ष 2022-23 में 48.79 करोड़ के प्रोजक्ट स्वीकृत हुए हैं.

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