डोईवाला: स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (Swami Ram Himalayan University) जौलीग्रांट में 13वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन हेल्थ प्रोफेशनल एजुकेशन-2022 (National conference on health professional education) आयोजित किया गया. इस कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ सीएम पुष्कर सिंह धामी, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल और कुलपति डॉ विजय धस्माना ने संयुक्त रूप से किया. इस मौके पर एसआरएचयू में नवनिर्मित अत्याधुनिक स्किल्स एंड सिम्युलेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लैब (Skills and Simulation Center of Excellence Lab) का भी उद्घाटन किया गया. एसआरएचयू में आयोजित कॉन्फ्रेंस में दुनियाभर से करीब 300 से ज्यादा चिकित्सक शामिल हुए.
सीएम पुष्कर धामी (CM Pushkar Dhami) ने कहा हिमालयन विश्वविद्यालय चिकित्सा, शिक्षा और समाज सेवा की प्रयाग स्थली के रूप में पहचान कायम कर चुका है. चिकित्सा और शिक्षा क्षेत्र में तकनीक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई है. इसके बावजूद चिकित्सकों को रोगियों के उपचार में मानवीय स्पर्श का ध्यान रखना जरूरी है. हमारे मेडिकल छात्र ही भविष्य में उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं का निर्धारण करेंगे. इसलिए चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता पर हमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
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विश्वविद्यालय में नवनिर्मित अत्याधुनिक स्किल्स एंड सिम्युलेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लैब का भी उद्घाटन किया गया. यह अपनी तरह की पहली लैब होगी, जिसमें मेडिकल छात्रों को मानव शरीर की बजाय पहले एक डमी पर कई प्रयोग करने का मौका मिलेगा. एनसीएचपीई-2022 के आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र चौहान ने कहा कॉन्फ्रेंस में देशभर से 300 से ज्यादा डेलीगेट और चिकित्सक हिस्सा ले रहे हैं. जबकि देश-विदेश से 75 से ज्यादा रिसोर्स फैकल्टी भी हिस्सा ले रहे हैं.
डॉ. वीके पॉल ने कहा बीते कई सालों में भारत ने स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की की है. कुलपति डॉ विजय धस्माना ने कहा हमारे ऊपर राष्ट्र की एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. हम मेडिकल प्रोफेशनल्स को तैयार कर रहे हैं. यदि हम सभी अपने-अपने क्षेत्र में कुशलता से कार्य करें तो यही हमारा सबसे बड़ा योगदान होगा.