देहरादून: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच 21 साल से चली आ रही परिसंपत्ति के मामले को धामी सरकार ने हल निकालने का दावा किया है.परिसंपत्तियों के मामले के निपटारे के बाद लखनऊ से देहरादून पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भाजपा ने जोरदार स्वागत कर इस मामले को चुनाव से पहले बड़ा मुद्दा बनाने का प्रयास किया. वहीं, कांग्रेस ने परिसंपत्तियों पर दोनों राज्यों के बीच जो बात हुई है उस पर नाराजगी और विरोध जाहिर किया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से बातचीत के बाद परिसंपत्तियों का मामला सुलझा ने की बात कही तो कांग्रेस ने इस पर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया. कांग्रेस ने इसे जनता के साथ धोखा करार दिया है. इस मामले पर कांग्रेस, भाजपा को किसी भी लिहाज से चुनावी फायदा नहीं देना चाहती. दूसरी तरफ भाजपा ने इस मुद्दे को चुनावी बनाते हुए जनता के बीच सकारात्मक संदेश पहुंचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं.
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इसी कड़ी में लखनऊ से देहरादून पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का भाजपा पार्टी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान एक रैली निकालकर सड़कों पर भी आम जनता की परसंपत्ति के मामले पर निपटारा करने का चुनावी फायदा लेने की कोशिश भाजपा की तरफ से की गई. हालांकि, इस मामले पर कांग्रेस कई तर्क रखकर उसे उत्तराखंड के लिए घाटे का सौदा बता रही है. भाजपा इसे अपनी कामयाबी मानते हुए धामी सरकार को लेकर आभार जताते हुए कार्यक्रम का रूप दे दिया है.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हेलीकॉप्टर के जरिए पुलिस लाइन पहुंचे. जहां उनका स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे. इसके बाद एक गाड़ी में खड़े होकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पुलिस लाइन से रवाना होकर सीएम हाउस गये. इस दौरान बाइक रैली भी निकाली गई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा सरकार ने प्रयास किया है और यूपी ने भी छोटे भाई की बात मानते हुए इस पर संपत्ति के विवाद को सुलझाया है. उन्होंने हरीश रावत के पूछे गए सवाल पर कहा कि हरीश रावत को उनकी पार्टी के नेता ही नेता नहीं मान रहे ऐसे में उनके सवालों का जवाब देना जरूरी नहीं है.