देहरादून: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य और उनके विभाग के निदेशक आईएएस अधिकारी वी षणमुगम के मामले में नया मोड़ आ गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे प्रकरण में चल रही जांच में आईएएस अधिकारी वी षणमुगम को क्लीन चिट दे दी गई है.
इस पूरे प्रकरण की जांच अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को सौंपी गई थी, जिन्होंने आईएएस अधिकारी वी षणमुगम को पाक साफ करार दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंप दी गई है, जिसमें यह साफ किया गया है कि टेंडर प्रक्रिया में आईएएस अधिकारी वी षणमुगम की कोई गलती नहीं पाई गई है.
इस मामले पर राज्यमंत्री रेखा आर्य का कहना है कि अभी उन तक जांच रिपोर्ट नहीं पहुंच पाई है. ऐसे में अगर आईएएस अधिकारी वी षणमुगम को पूरे मामले में क्लीन चिट दी गई है, तो वो किस आधार पर दी गई है, इस बारे में मंत्री ने भी कुछ नहीं कहा है.
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ये है मामला
बता दें, राज्यमंत्री रेखा आर्य और उनके विभाग के निदेशक वी. षणमुगम के बीच खड़े हुए विवाद का मुख्य कारण महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्मिकों की भर्ती के लिए एक ऐसी निजी कंपनी को टेंडर जारी करना था, जो मानकों पर खरी नहीं उतरती. ऐसे में इस पूरे मामले पर बातचीत करने के लिए राज्यमंत्री रेखा आर्य ने जब विभागीय निदेशक वी षणमुगम को मिलने बुलाया तो वह उनसे मिलने तक नहीं पहुंचे. जिससे नाराज होकर राज्यमंत्री रेखा आर्य ने अपने ही विभाग के निदेशक की गुमशुदगी की शिकायत डीआईजी देहरादून से कर दी. जिसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की जिम्मेदारी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनीषा पंवार को सौंपी थी.