विकासनगर: सूबे में शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छुपा नहीं है. कई स्कूलों में शिक्षक नहीं है तो कहीं जर्जर भवन में देश का भविष्य पढ़ने को मजबूर है. जिसकी बानगी जौनसार बावर में के साहिया में देखने को मिली. लोगों की मांग पर बालिका इंटर कॉलेज को स्वीकृति तो दे दी लेकिन 9 साल बीत जाने के बाद भी स्कूल जिला पंचायत के जर्जर भवन में संचालित हो रहा है.
बता दें कि वर्ष 2010 में क्षेत्रीय लोगों की मांग पर तत्कालीन सरकार ने कक्षा 6 से कक्षा 12 तक बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए साहिया में विद्यालय की स्वीकृति प्रदान की थी.
वहीं,तत्काल में जिला पंचायत की जर्जर भवन में विद्यालय का संचालन शुरू किया गया. 9 साल बीत जाने के बाद भी विद्यालय के पास अपना भवन नहीं है. वहीं, इस विद्यालय में 200 छात्राएं अध्ययनरत है. जिला पंचायत के जर्जर भवन में छोटे-छोटे कमरे होनें के कारण कुछ कक्षाएं विद्यालय के बरामदे में संचालित हो रही है. जिसके चलते छात्राओं का अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है.
वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी अतर सिंह चौहान ने बताया कि कनबुआ के ग्रामीणों द्वारा भूमि उपलब्ध कराई जा चुकी हैऔर भवन निर्माण को लेकर सभी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. फाइल निदेशालय में भेजी गई है जल्द ही भवन बनने की प्रक्रिया तेज हो जाएगी.