देहरादून: स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड की डीजी हेल्थ को एक ज्ञापन सौंपा है. कर्मचारियों का कहना है कि बीते साल 26 सितंबर को मांगों के निस्तारण के लिए एक समझौता वार्ता की गई थी, लेकिन उनकी मांगों का अभी तक समाधान नहीं हो पाया है.
कर्मचारियों का कहना है कि लैब सहायक, डार्क रूम सहायक, ड्रेसर और ओटी सहायक के पदों पर 50 प्रतिशत कोटा हाईस्कूल, इंटरमीडिएट में विज्ञान वर्ग में छूट सहित पदोन्नति को लेकर वार्ता की गई थी. लेकिन इतना समय बीत जाने के बावजूद अभी तक पदोन्नति नहीं हो पाई है. इसके अलावा पौष्टिक आहार भत्ता, जोखिम भत्ते को लेकर भी अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है. जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है.
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चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष नेल्सन अरोड़ा ने कहा कि उनकी मांगों को अनसुना करके कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है. कर्मचारियों ने इस बात पर भी विरोध जताया कि बीते कई वर्षों में आयुष विभाग और आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में अन्य संवर्ग की पदोन्नति की जा रही है, किंतु चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित किया जा रहा है, जिसका कर्मचारी पुरजोर विरोध करते हैं.
कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो आगामी एक फरवरी को महानिदेशालय का घेराव करके प्रदर्शन किया जाएगा, इसी दिन कार्यकारिणी आगे की रणनीति की भी घोषणा करेगी.