डोइवाला: सिपेट संस्थान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट है. ये संस्थान गरीब छात्र-छात्राओं के लिए छोटे निशुल्क कोर्स शुरू करने जा रहा है. इन कोर्सों की योग्यता 8वीं और 10वीं पास रखी गई है. साथ ही ये संस्थान कोर्स पूरा होने पर रोजगार की गारंटी भी दे रहा है.
ये संस्थान प्लास्टिक इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स के साथ अब उत्तराखंड के गरीब और पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए 3 महीने और 6 महीने के छोटे-छोटे कोर्स शुरू करने जा रहा है. ये कोर्स निशुल्क कराए जा रहे हैं. जिससे कम पढ़े लिखे लोग भी रोजगार पा सकेंगे. वहीं, निर्धन छात्र-छात्राओं को खाने और रहने की सुविधा के साथ छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी. 18 से 28 वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए ये कोर्स शुरू कर दिए गए हैं. वहीं, ये संस्थान कोर्स पूरा होने पर रोजगार की गारंटी भी दे रहा है.
सिपेट संस्थान प्रभारी अभिषेक राजवंश ने बताया कि सिपेट संस्थान प्लास्टिक इंजीनियरिंग के कोर्स कराने के साथ-साथ अब निर्धन कमजोर और पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए 3 महीने और 6 महीने के निशुल्क कोर्स शुरू करने जा रहा है. ये कोर्स राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के द्वारा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत संचालित किए जा रहे हैं. 18 से 28 वर्ष के आठवीं व दसवीं पास छात्र-छात्राएं इन कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं. वहीं, उत्तराखंड सरकार ने कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 8वीं और 10वीं पास छात्र-छात्राओं के लिए भी प्रवेश किए जा रहे हैं.
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संस्थान के कोर्स को-ऑर्डिनेटर बलवीर शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड ग्रामीण विकास समिति के तहत 240 छात्र-छात्राओं को भी ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी. इस कोर्स के लिए उत्तराखंड के 9 जिले देहरादून, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और पौड़ी गढ़वाल शामिल हैं. इन जिलों के उन ब्लॉकों को चिह्नित किया गया है, जो ब्लॉक सुदूर क्षेत्र में आते हैं.