देहरादून: प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को हर्षोल्लास से मनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है. दून के सभी गिरजाघरों को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है. क्रिसमस के जश्न को मनाने के लिए राजधानी देहरादून के कोंवेन्ट रोड स्थित प्रसिद्ध सेंट फ्रांसिस गिरजाघर और राजपुर रोड स्थित सेंट मॉरिसन मेथोडिस्ट सहित सभी गिरजाघरों में प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को मनाने के लिए तमाम श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
देहरादून की बाजारों में सेंटा क्लॉस की ड्रेस, क्रिसमस ट्री खरीदने को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. शहर की व्यस्तम पलटन बाजार समेत तमाम बाजारों में लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. लोगों ने उपहारों की भी जमकर खरीदारी की.
ट्रिनिटी बिलिव्स चर्च के पादरी मास्टर ललित निगम ने कहा कि परमेश्वर ने इस दिन अपने आप को प्रकट किया और अपने इकलौते पुत्र के रूप में प्रकट किया, ताकि दुनिया में जितने अंधकार है, उसको खत्म करके चारों तरफ प्रकाश फैलाया जा सके और जितनी बुराइयां हैं, उन पर विजय प्राप्त जा सके. इसलिए यह समूचे विश्व के लिए एक बहुत बड़ा दिन माना जाता है.
क्रिसमस सेलिब्रेशन से पहले इस पर्व की एक दूसरे को बधाई देने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. इस पर्व को लेकर लोगो में काफी उत्साह भी देखा जा रहा है. क्रिसमस के पर्व पर कुछ श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण होने लिए चर्च पहुंच कर प्रार्थना करेंगे. तो कुछ लोग समाज कल्याण और विश्व शांति की प्रार्थना करेंगे.
क्रिसमस पर्व के मौके पर हल्द्वानी में भई सभी चर्चों को लाइटों से सजाया गया है. ईसा मसीह के जन्म की झांकियां बनाई गई हैं. नैनीताल रोड स्थित चर्च को विशेष रूप से सजाया गया है. इस दिन गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं सभाएं की जाती हैं. चर्च के पादरी राजीव मैसी ने बताया की क्रिसमस को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
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हल्द्वानी में क्रिसमस पर्व की पूर्व संध्या पर ग्राफिक एरा परिसर में स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए स्वयं सहायता समूह मेले का आयोजन किया गया, जिसमें तरह-तरह के स्थानीय उत्पादन के साथ-साथ पहाड़ी व्यंजन का लोगों ने जमकर लुफ्त उठाया. दूर-दूर से पहुंचे सहायता समूह द्वारा अपने उत्पादनों की प्रदर्शनी लगाई, जहां लोगों ने जमकर खरीदारी भी की. मेले में मडुवे के लड्डू और हलवा के अलावा झंगोरे की खीर लोगों की पहली पसंद बनी. लोगों ने इस पहाड़ी व्यंजन का जमकर लुत्फ उठाया.
लालकुआं विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन से जहां स्थानीय उत्पादकों का भाव मिलता है, तो वहीं स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पारंपरिक उत्पादोंको की पहचान उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में की जाती है. भविष्य में इस तरह के आयोजन होना चाहिए, जिससे कि स्थानीय लोगों को बढ़ावा मिल सके.