देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालय के सीमावर्ती क्षेत्र का भ्रमण कर लौटें हैं. उन्होंने कहा कि मानसरोवर यात्रा और सीमा सुरक्षा के मद्देनजर जल्द ही बॉर्डर लाइन की सड़कों को खोल दिया जाएगा. जिसे लेकर तेजी से कार्य किया जा रहा है. साथ ही कहा कि 2020 तक चीन सीमा तक सड़क का काम पूरा कर लिया जाएगा.
उत्तराखंड के चीन की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े सीमावर्ती क्षेत्रों में सुविधाओं को विकसित करना हमेशा से सरकार के लिए बड़ी चुनौती रही है. वहीं, दूसरी तरफ चीन की ओर से विकसित सीमावर्ती क्षेत्र ने हमेशा ही उत्तराखंड के साथ-साथ देश पर दबाव बनाने की कोशिश की है. हालांकि, उत्तराखंड की और से सीमावर्ती क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं और विकास के लिए यहां की विषम परिस्थितियां सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है.
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उत्तराखंड की ओर से सीमावर्ती क्षेत्र में बड़े-बड़े दर्रे और गगनचुम्बी हिमशिखर लोगों की हिम्मत तोड़ देते हैं, लेकिन मौजूदा समय में राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमावर्ती इलाकों को प्राथमिकता देते हुए प्रदेश सरकार ने एक बड़ी पहल की है. बीते दिनों पिथौरागढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र का अपने दो दिवसीय दौरा कर वापस लौटे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही बॉर्डर लाइनों को खोल दिया जाएगा. इसके तहत बॉर्डर रोड को लेकर लिपुलेख पास के अलावा एक अन्य विकल्प के रूप में ज्योलिंगकोंग पर भी काम चल रहा है.
मुख्य सचिव ने बताया कि बॉर्डर रोड को लेकर युद्धस्तर पर काम चल रहा है. कठिन पैच पूरा हो चुका है और काम की तेजी को देखते हुए लगता है कि जल्द ही पूरा हो जाएगा. साथ ही बताया कि लिपुलेख पास पर सड़क का काम दिसंबर 2020 तक पूरा हो जाएगा. दूसरी ओर से ज्योलिंगकोंग साइट से बॉर्डर रोड का काम मार्च 2020 तक पूरे होने को संभावनाएं है. वहीं, उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट्स में लगे अधिकारियों में काफी जोश है, इससे लगता है कि जल्द ही समय से पहले काम पूरा हो जाएगा.