देहरादून: मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने पंचायतीराज विभाग में केन्द्र पोषित योजना राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत प्राप्त होने वाली धनराशि की मॉनिटरिंग को लेकर बैठक की. इस दौरान राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के मुख्य उद्देश्यों व मुख्य कार्यों पर पर प्रकाश डाला गया. साथ ही मुख्य सचिव को अवगत कराया गया कि इस अभियान के मुख्य उद्देश्य में क्या कुछ शामिल है?
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बैठक में बताया गया कि अभियान का उद्देश्य पंचायतीराज संस्थाओं का क्षमता विकास, पंचायतों की आर्थिकी के सुदृढ़ीकरण हेतु उपाय, पंचायतीराज संस्थाओं में अवस्थापना सुविधाऐं बढ़ाना, प्रशिक्षणों हेतु प्रसार केन्द्रों व संसाधन केन्द्रों का प्रबंधन एवं उन्नयन सम्मिलित है. इस कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्य कार्यों में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियां व कार्मिकों के क्षमता विकास हेतु प्रशिक्षण मॉड्यूल व कार्य योजना तैयार करना, पंचायतों की आय बढ़ाने हेतु नये श्रोतों को ज्ञात करना, एक्सपोजर विजिट का आयोजन, पंचायत रिसोर्स सेंटरों की स्थापना, पंचायतों में लागू ई-ग्राम स्वराज पोर्टल एवं पीईएस सॉफ्टवेयर्स की समीक्षा व अनुश्रवण सहित कई अन्य चीजे शामिल हैं.
बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण हेतु ग्राम पंचायतवार प्रशिक्षणों की कार्य योजना तैयार की जाये और तद्नुसार माह अप्रैल से जून, 2021 के मध्य प्रशिक्षणों का आयोजन इस प्रकार किया जाये कि सभी विकासखंड संतृप्त हो सकें. सचिव ने अवगत कराया कि हरिद्वार में महाकुम्भ एवं पंचायत निर्वाचनां के दृष्टिगत उक्त समय सीमा में प्रशिक्षण कराया जाना दुष्कर होगा. इस पर मुख्य सचिव ने जनपद हरिद्वार के पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण माह सितम्बर-अक्टूबर, 2021 में आयोजित करने के निर्देश दिये गये. साथ ही प्रत्येक वर्ष इसी प्रकार प्रशिक्षण योजना के कलेंडर तैयार करने के निर्देश दिये गये.