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जल्द रिटायर किये जाएंगे नाकाबिल कर्मचारी, मुख्य सचिव ने आदेश किया जारी - देहरादून न्यूज

उत्तराखंड में नाकाबिल कर्मचारियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर शासन ने कसरत तेज कर दी है. मुख्य सचिव ने स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक कर ऐसे कर्मियों की सूचना देने के आदेश जारी किए है.

उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
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Published : Jul 25, 2019, 10:31 AM IST

Updated : Jul 25, 2019, 2:15 PM IST

देहरादून: प्रदेश में 50 साल पूरे कर चुके कर्मियों की दक्षता का आकलन करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. ऐसा कर्मियों के अनिवार्य रिटायरमेंट को लेकर सरकार के फैसले के बाद किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नाकाबिल कर्मियों को घर भेजने के बयान के बाद अब इस पर शासन स्तर से भी कवायद तेज कर दी गई है. इस कड़ी में शासन की तरफ से खुद मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने आदेश जारी करते हुए विभागों की स्क्रीनिंग बैठक सालाना अनिवार्य रूप से किए जाने के आदेश दिए हैं.

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मुख्य सचिव द्वारा जारी किया गया आदेश.

मुख्य सचिव ने आदेश में कहा है कि कई विभाग स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक नहीं कर रहे हैं, ऐसे में निर्देश दिए जाते हैं कि नवंबर माह तक स्क्रीनिंग की बैठक को संपन्न किया जाए, ताकि मार्च तक ऐसे अधिकारी जो 50 साल पूरा कर चुके हों और उनकी कार्य दक्षता संतोषजनक न हो, उनकी सूचना शासन को भेजी जा सके.

पढ़ें- बीजेपी भूल गई पार्टी की टैग लाइन, चुनिंदा पर ही लागू है 'एक व्यक्ति एक पद' का फार्मूला

बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में नाकाबिल अधिकारियों को घर भेजने की बात कही थी. इसके लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने का भी फैसला लिया गया था. जिसके बाद अब शासन ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए इस पर आदेश जारी कर स्क्रीन कमेटी की बैठक पर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं.

देहरादून: प्रदेश में 50 साल पूरे कर चुके कर्मियों की दक्षता का आकलन करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. ऐसा कर्मियों के अनिवार्य रिटायरमेंट को लेकर सरकार के फैसले के बाद किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नाकाबिल कर्मियों को घर भेजने के बयान के बाद अब इस पर शासन स्तर से भी कवायद तेज कर दी गई है. इस कड़ी में शासन की तरफ से खुद मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने आदेश जारी करते हुए विभागों की स्क्रीनिंग बैठक सालाना अनिवार्य रूप से किए जाने के आदेश दिए हैं.

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मुख्य सचिव द्वारा जारी किया गया आदेश.

मुख्य सचिव ने आदेश में कहा है कि कई विभाग स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक नहीं कर रहे हैं, ऐसे में निर्देश दिए जाते हैं कि नवंबर माह तक स्क्रीनिंग की बैठक को संपन्न किया जाए, ताकि मार्च तक ऐसे अधिकारी जो 50 साल पूरा कर चुके हों और उनकी कार्य दक्षता संतोषजनक न हो, उनकी सूचना शासन को भेजी जा सके.

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बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में नाकाबिल अधिकारियों को घर भेजने की बात कही थी. इसके लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने का भी फैसला लिया गया था. जिसके बाद अब शासन ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए इस पर आदेश जारी कर स्क्रीन कमेटी की बैठक पर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं.

Intro:summary- उत्तराखंड में ना काबिल कर्मचारियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर शासन ने कसरत तेज की... मुख्य सचिव ने स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक कर ऐसे कर्मियों की सूचना देने के आदेश जारी किए।

प्रदेश में 50 साल पूरे कर चुके कर्मियों की दक्षता का आकलन करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं.. ऐसा कर्मियों के अनिवार्य रिटायरमेंट को लेकर सरकार के फैसले के बाद किया जा रहा है।


Body:उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा ना काबिल कर्मियों को घर भेजने के बयान के बाद अब इस पर शासन स्तर से भी कवायद तेज कर दी गई है। इस कड़ी में शासन की तरफ से खुद मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने आदेश जारी करते हुए विभागों की स्क्रीनिंग बैठक सालाना अनिवार्य रूप से किए जाने के आदेश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि कई विभाग स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक नहीं कर रहे हैं ऐसे में निर्देश दिए जाते हैं कि नवंबर माह तक स्क्रीनिंग की बैठक को संपन्न किया जाए ताकि मार्च तक ऐसे अधिकारी जो 50 साल पूरा कर चुके हो और उनकी कार्य दक्षता संतोषजनक ना हो उनकी सूचना शासन को भेजी जा सकें। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में ना काबिल अधिकारियों को घर भेजने की बात कही थी और इसके लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने का भी फैसला लिया गया था। जिसके बाद अब शासन ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए इस पर आदेश जारी कर स्क्रीन कमेटी की बैठक पर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं।


Conclusion:उत्तराखंड में कर्मचारियों द्वारा ठीक से काम ना किए जाने को लेकर शिकायतें आती रही हैं ऐसे में शासन द्वारा इस आदेश के बाद जल्दी अधिकारियों की सूची शासन में दी जा सकती है जिसके बाद कई कर्मचारियों को घर का रास्ता दिखाने की तैयारी की जा रही है।
Last Updated : Jul 25, 2019, 2:15 PM IST
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