देहरादून: मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में नमामि गंगे परियोजना को लेकर समीक्षा बैठक की गई. इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को नमामि गंगे परियोजना के कार्यों में तेजी लाने और कार्यों की गुणवत्ता बेहतर रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही जल जीवन मिशन ग्रामीण-शहरी, अमृत योजना, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण और शहरी के अलावा नमामि गंगे परियोजना से संबंधित कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा की गई.
पेयजल निगम और जल संस्थान ने प्रजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न सेक्टर से वित्त पोषित विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति और अद्यतन विवरण से मुख्य सचिव संधू को अवगत कराया. वहीं, मुख्य सचिव ने पेयजल निगम, जल संस्थान और संबंधित अधिकारियों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल, सीवरेज प्रबंधन, सैनिटेशन और तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन निस्तारण से संबंधित कार्यों को बेहतर गुणवत्ता और मानकों का ध्यान रख कर तेजी से करने के निर्देश दिए.
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इसके अलावा उन्होंने ऐसी सभी स्कीम जिनकी अभी तक DPR बनानी शेष है या गतिमान है, उनकी टाइमलाइन बनाते हुए तेजी से DPR बनाने के निर्देश दिए. साथ ही उनकी साप्ताहिक प्रगति समीक्षा करने को भी कहा. मुख्य सचिव ने पेयजल योजना की DPR स्थानीय भौगोलिक स्थिति की लोकेशन को ध्यान में रखते हुए बनाने और जल का वेस्टेज न्यूनतम हो और उसका अधिकतम सदुपयोग हो इस बात का ध्यान भी रखने को कहा. वहीं, मुख्य सचिव ने सभी तरह की योजनाओं में हो रहे विकास कार्य के लिए अवमुक्त धनराशि को तेजी से खर्च करते हुए भौतिक और वित्तिय प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए.
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वहीं, चीफ सेक्रेटरी संधु ने साथ ही स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि इसके अंतर्गत निर्मित किए गए व्यक्तिगत अथवा सामुदायिक शौचालयों में जहां-जहां पानी की कमी है, वहां पर पानी की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखा जाए. वहीं, उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा.