देहरादून: उत्तराखंड में गुरुवार को अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से कई इलाकों भारी तबाही हुई है. चकराता में जहां बादल फटने से तीन लोगों की मौत हुई है तो वहीं राज्य में कई जंगहों पर भी बारिश की वजह से भारी नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आपदा से प्रभावित हुए लोगों को लेकर जिलाधिकारियों से बात की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से जिले के हालात की जानकारी ली.
उत्तराखंड में कई स्थानों से अतिवृष्टि और भूस्खलन की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संबंधित जिलाधिकारियों को फोन कर प्रभावितों तक तुरंत सहायता पहुंचाने और घायलों के समुचित इलाज देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस आपदा में बेघर हुए लोगों के भोजन और रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
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इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर उसकी रिपोर्ट देने का कहा है. ताकि प्रभावितों को अविलंब अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सके. किसानों की फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शीघ्र मुआवजा देने के लिए भी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में प्रभावित लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने और राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर आवागमन सुचारू करने के लिए राज्य सरकार समुचित प्रबंध कर रही है. विभिन्न स्थानों पर अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी मिलते ही राजस्व पुलिस, पुलिस, प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गईं.