देहरादून: उत्तराखंड वन महकमे में अधिकारियों को मुख्यालय के एसी कमरों को छोड़कर फील्ड में जाने की नसीहत दी जा रही है. इसका सबसे अच्छा संदेश विभाग के ही मुखिया प्रमुख वन संरक्षक की तरफ से दिया गया है. उत्तराखंड में विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने के बाद प्रमुख वन संरक्षक ने सभी अधिकारियों को धरातल की स्थिति देखने के लिए कार्यालय छोड़ क्षेत्र में जाने के निर्देश दिए हैं.
राज्य में अधिकारियों के धरातल पर नहीं उतरने को लेकर अक्सर शिकायतें की जाती रही हैं. एसी कमरों और आलीशान कार्यालयों में बैठकर नीतिगत फैसले तो लिए जाते हैं लेकिन धरातल पर कई बार परिस्थितियां समझे बिना गलत तरह से योजनाएं आगे बढ़ा दी जाती हैं. इन्हीं बातों को समझते हुए प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने खुद क्षेत्रों के भ्रमण के जरिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों को एसी कमरे छोड़ क्षेत्रों में जाने का संदेश दिया है.
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खास बात यह है कि वन विभाग के अधिकारियों के लिए क्षेत्रों में जाने को लेकर प्रोत्साहन से जुड़े तमाम कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं. इसके बावजूद विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी वन क्षेत्रों की परिस्थितियों को समझने के लिए देहरादून से बाहर जाने की जहमत नहीं उठाते. लिहाजा प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने अपने दौरे के बाद कहा कि यदि नीतिगत बेहतर फैसले लेने हैं और किसी भी योजना को अच्छी तरह से संचालित करना है तो उसके लिए अधिकारियों को क्षेत्रों का दौरा करना ही होगा.
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उन्होंने कहा इसके लिए तमाम कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं. जिससे अधिकारी क्षेत्रों में जाएं और स्थितियों के लिहाज से विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएं. यही नहीं योजनाओं को समय से पूरा करने और योजनाओं के निरीक्षण के लिए भी अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण करना चाहिए.