डोईवाला: भारत संकल्प यात्रा उत्तराखंड के पहाड़ों पर दम तोड़ रही है. सड़कें खराब होने के चलते भारत संकल्प यात्रा का रथ अधिकांश इलाकों में नहीं पहुंच पा रहा है. इसके चलते कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम से मुख्य विभाग के अधिकारी भी कन्नी काट रहे हैं. इस पर ग्रामीणों में भारी नाराजगी है.
पहाड़ नहीं चढ़ पा रहा भारत संकल्प यात्रा रथ: डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के सिन्धवाल पंचायत क्षेत्र में भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम आयोजित हुआ. भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन जन तक पहुंचाने ओर जनसमस्याओं का निस्तारण मौके पर ही हो सके, उसके लिए हर पंचायत क्षेत्र में भारत संकल्प यात्रा का रथ पहुंच रहा है. लेकिन यह रथ पहाड़ों के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच नहीं बना पा रहा है. सड़कों की हालत इतनी खराब है कि वहां गाड़ी तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. जिन विभागों को सड़कें बनाने का जिम्मा है, उन विभागों के अधिकारी ही संकल्प यात्रा कार्यक्रम में नहीं पहुंच रहे हैं. महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों के कार्यक्रम में न पहुंचने पर ग्रामीणों में भारी नाराजगी भी देखने को मिल रही है.
भारत संकल्प यात्रा में नहीं पहुंचे विधायक अफसर: मंगलवार को डोईवाला विधानसभा क्षेत्र की दूरस्थ पंचायत सिन्धवाल गांव में भारत संकल्प यात्रा के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया. लेकिन सड़कों की हालत बेहद खराब होने के कारण महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. ग्राम प्रधान प्रदीप सिन्धवाल ने कहा कि भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के जरिये सभी विभागों के अधिकारियों से जनता का सीधा संवाद हो जाता है. इससे समस्याओं का समाधान भी हो जाता है. कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक ब्रज भूषण गैरोला को भी आना था. वो भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. जिन अधिकारियों ने पहाड़ों की सड़कें बनानी हैं वो भी कार्यक्रमों से कन्नी काट रहे हैं. उन्होंने बताया कि सड़कों की हालत इतनी खराब है कि ग्रामीणों का अपने घर जाना भी मुश्किल हो रहा है और अधिकारी कोई सुध नहीं ले रहे हैं.
विधायक और अफसरों की लापरवाही से ग्रामीण नाराज: वहीं महत्वपूर्ण विभाग के अधिकारियों के कार्यक्रम में न पहुंचने पर ग्रामीणों में भी भारी नाराजगी देखने को मिली है. ग्रामीणों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग और वन विभाग पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी सड़क बनाने की होती है. लेकिन यही विभाग कार्यक्रमों से कन्नी काट रहे हैं. उनका कहना है कि जब भारत संकल्प यात्रा का रथ ही सड़कों की हालत खराब होने के चलते कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पा रहा है, तो आम जनता कैसे अपने घर तक पहुंच रही होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
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