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चारधाम यात्रा पर मौसम लगा रहा ब्रेक, सरकार ने ग्राउंड पर उतारे अधिकारी

उत्तराखंड में खराब मौसम चारधाम यात्रा के लिए चुनौती बन रही है. यह वजह है सरकार को केदारनाथ धाम की यात्रा 3 मई के लिए रोकनी पड़ी है. इसके अलावा 6 मई तक चारधाम के रजिस्ट्रेशन भी रोकी गई है. वहीं, सरकार ने कई बड़े अधिकारी ग्राउंड पर उतार दिए हैं.

Chardham yatra 2023
चारधाम यात्रा
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Published : May 2, 2023, 10:37 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हुए 10 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन इस 10 दिनों में दो बार यात्रा को कई कारणों से रोका गया है. इस बार मॉनसून से पहले भक्तों के कदम बारिश की वजह से रुके हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि गर्मियों की बारिश में ही यात्रा को रोका जा रहा है तो आगे मॉनसून में हालात क्या होंगे? वहीं, उत्तराखंड में 6 मई तक चारधाम के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है. इसके अलावा 3 मई को मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा रोकी गई है.

चारधाम यात्रा पर दो बार ब्रेकः दरअसल, उत्तराखंड के चार धामों में अभी मौसम खराब चल रहा है. मौसम विभाग ने भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की मानें तो उत्तरकाशी और चमोली में भारी बर्फबारी और बारिश हो सकती है. इसके अलावा भूस्खलन और हिमस्खलन की घटनाएं भी बढ़ सकती है. ऐसे में सरकार भी इस बार यात्रा में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. यही कारण है कि खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा से जुड़े हर फैसले ले रहे हैं. आगामी 5 मई तक बारिश की आशंका को देखते हुए यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर फिलहाल रोक लगाई गई है.

क्या कहते हैं ट्रैवल व्यवसाय से जुड़े लोगः उत्तराखंड पुलिस ने अभी तक कई श्रद्धालुओं को ऋषिकेश, गुप्तकाशी और श्रीनगर से लेकर अलग-अलग जगहों पर रोका है. इसके साथ ही हरिद्वार में चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ होटलों, धर्मशाला और रिजॉर्ट में ठहरी हुई है. इसके साथ ही बारिश ने कहीं न कहीं यात्रा पर ब्रेक लगाकर पहाड़ों में व्यवसाय करने वाले लोगों को भी मायूस किया है. ट्रैवल व्यवसायी सुमित श्रीकुंज कहते हैं कि लोगों ने चारधाम यात्रा पर आने के लिए गाड़ियां बुक करवाई थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन बंद होने की वजह से वो अपना प्लान कैंसिल कर रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में जबरदस्त बर्फबारी, ऑरेंज अलर्ट के बाद 3 मई को रोकी गई यात्रा, रजिस्ट्रेशन पर 6 मई तक रोक

सीएम धामी की अपीलः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से खास अपील की है. उनका कहना है कि जो यात्री चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं, वो सबसे पहले मौसम की जानकारी जरूर ले लें. अभी पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी और बारिश हो रही है. ऐसे में उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण केदारनाथ की यात्रा बेहद कठिन होती जा रही है. सरकार की प्राथमिकता यही है कि वो किसी भी यात्री को खरोंच भी न आने दें. इसलिए यात्रा को रोका जा रहा है. यह सब यात्रियों की सहूलियत और सुरक्षा के लिए किया जा रहा है.

शुरुआत से ही चर्चाओं में चारधाम यात्राः इस बार चारधाम यात्रा शुरुआती दिनों से ही किसी न किसी वजह से चर्चाओं में रही. केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले ही यूकाडा के एक अधिकारी की हेलीकॉप्टर के टेल रोटर से कटकर मौत हो गई. इसके बाद दो बार यात्रा पर ब्रेक लगा. इसी बीच केदारनाथ में क्यूआर कोड के जरिए दान देने का मामला सामने आया. जिससे यह यात्रा पहले दिन से ही चर्चाओं में है. अभी यात्रा का पूरा सीजन बाकी है.

बारिश थमने के बाद उमड़ेगी भीड़, सरकार ने ग्राऊंड पर उतारे अधिकारीः उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार भी केदरनाथ पहुंचे और यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इसके अलावा सरकार ने केदारनाथ यात्रा के नोडल अधिकारी बीवीआरसी पुरुषोत्तम को भी पैदल केदार पहुंचने के आदेश दिए. जिसके बाद उन्होंने यात्रा मार्ग का जायजा लिया है. इससे जाहिर है कि सरकार बारिश रुकने के बाद चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से चलाना चाहती है. ताकि, यात्रियों को कोई परेशानी न हो और सरकार की छवि पर भी असर न पड़े. यही वजह है कि सभी बड़े अधिकारियों को धामों में भेजा जा रहा है.

देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हुए 10 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन इस 10 दिनों में दो बार यात्रा को कई कारणों से रोका गया है. इस बार मॉनसून से पहले भक्तों के कदम बारिश की वजह से रुके हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि गर्मियों की बारिश में ही यात्रा को रोका जा रहा है तो आगे मॉनसून में हालात क्या होंगे? वहीं, उत्तराखंड में 6 मई तक चारधाम के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है. इसके अलावा 3 मई को मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा रोकी गई है.

चारधाम यात्रा पर दो बार ब्रेकः दरअसल, उत्तराखंड के चार धामों में अभी मौसम खराब चल रहा है. मौसम विभाग ने भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की मानें तो उत्तरकाशी और चमोली में भारी बर्फबारी और बारिश हो सकती है. इसके अलावा भूस्खलन और हिमस्खलन की घटनाएं भी बढ़ सकती है. ऐसे में सरकार भी इस बार यात्रा में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. यही कारण है कि खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा से जुड़े हर फैसले ले रहे हैं. आगामी 5 मई तक बारिश की आशंका को देखते हुए यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर फिलहाल रोक लगाई गई है.

क्या कहते हैं ट्रैवल व्यवसाय से जुड़े लोगः उत्तराखंड पुलिस ने अभी तक कई श्रद्धालुओं को ऋषिकेश, गुप्तकाशी और श्रीनगर से लेकर अलग-अलग जगहों पर रोका है. इसके साथ ही हरिद्वार में चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ होटलों, धर्मशाला और रिजॉर्ट में ठहरी हुई है. इसके साथ ही बारिश ने कहीं न कहीं यात्रा पर ब्रेक लगाकर पहाड़ों में व्यवसाय करने वाले लोगों को भी मायूस किया है. ट्रैवल व्यवसायी सुमित श्रीकुंज कहते हैं कि लोगों ने चारधाम यात्रा पर आने के लिए गाड़ियां बुक करवाई थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन बंद होने की वजह से वो अपना प्लान कैंसिल कर रहे हैं.
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सीएम धामी की अपीलः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से खास अपील की है. उनका कहना है कि जो यात्री चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं, वो सबसे पहले मौसम की जानकारी जरूर ले लें. अभी पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी और बारिश हो रही है. ऐसे में उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण केदारनाथ की यात्रा बेहद कठिन होती जा रही है. सरकार की प्राथमिकता यही है कि वो किसी भी यात्री को खरोंच भी न आने दें. इसलिए यात्रा को रोका जा रहा है. यह सब यात्रियों की सहूलियत और सुरक्षा के लिए किया जा रहा है.

शुरुआत से ही चर्चाओं में चारधाम यात्राः इस बार चारधाम यात्रा शुरुआती दिनों से ही किसी न किसी वजह से चर्चाओं में रही. केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले ही यूकाडा के एक अधिकारी की हेलीकॉप्टर के टेल रोटर से कटकर मौत हो गई. इसके बाद दो बार यात्रा पर ब्रेक लगा. इसी बीच केदारनाथ में क्यूआर कोड के जरिए दान देने का मामला सामने आया. जिससे यह यात्रा पहले दिन से ही चर्चाओं में है. अभी यात्रा का पूरा सीजन बाकी है.

बारिश थमने के बाद उमड़ेगी भीड़, सरकार ने ग्राऊंड पर उतारे अधिकारीः उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार भी केदरनाथ पहुंचे और यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इसके अलावा सरकार ने केदारनाथ यात्रा के नोडल अधिकारी बीवीआरसी पुरुषोत्तम को भी पैदल केदार पहुंचने के आदेश दिए. जिसके बाद उन्होंने यात्रा मार्ग का जायजा लिया है. इससे जाहिर है कि सरकार बारिश रुकने के बाद चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से चलाना चाहती है. ताकि, यात्रियों को कोई परेशानी न हो और सरकार की छवि पर भी असर न पड़े. यही वजह है कि सभी बड़े अधिकारियों को धामों में भेजा जा रहा है.

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