ETV Bharat / state

श्राइन बोर्ड विवाद: चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाईं ने दिया इस्तीफा

चारधाम श्राइन बोर्ड बनाने के फैसल के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों के विरोध के देखते हुए चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाईं ने आज सीएम त्रिवेंद्र से मुलाकात की और सीएम को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया.

chardham
शिव प्रकाश
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 7:12 PM IST

Updated : Nov 29, 2019, 2:48 PM IST

देहरादून: त्रिवेंद्र कैबिनेट ने बुधवार को चारधाम श्राइन बोर्ड बनाने का निर्णय लिया है. मंत्रिमंडल के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है. एक तरफ तीर्थ पुरोहित खुले तौर पर चारधाम श्राइन बोर्ड का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रकाश ममगाईं ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना इस्तीफा दे दिया है.

चारों धाम (बदरीनाथ, केदरानाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) को एक छतरी के नीचे लाने के लिए त्रिवेंद्र कैबिनेट ने वैष्णो देवी की तर्ज पर उत्तराखंड चारधाम बोर्ड विधेयक-2019 को मंजूरी दी थी. सरकार का उद्देश्य इस बोर्ड के माध्यम से चारों धाम में व्यवस्था सही करना था. ताकि तीर्थयात्रियों को और अधिक सुविधाएं दी जा सके. लेकिन चारधाम के तीर्थपुरोहित अपने हक-हकूक को लेकर इसका विरोध कर रहे हैं.

चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

पढ़ें- चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन प्रस्ताव को मंजूरी, तीर्थ पुरोहितों ने जताया आक्रोश

तीर्थपुरोहितों के विरोध के देखते हुए आज चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाईं ने सीएम त्रिवेंद्र से मुलाकात की थी. सीएम से उन्होंने श्राइन बोर्ड में कुछ संशोधन करने की बात कही. इसी दौरान ममगई ने सीएम को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया. हालांकि, उपाध्यक्ष शिवप्रसाद ममगाईं का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है.

शिव प्रसाद ममगाईं का कहना है कि अगर चारधाम में पूजा की पद्धति में कोई बदलाव किया गया तो वह अपना पद छोड़ देंगे. इसके साथ ही ममगाईं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें तीन दिसंबर तक का समय दिया है. तीर्थपुरोहितों के सुझाव के बाद एक्ट में बदलाव किया जा सकता है.

देहरादून: त्रिवेंद्र कैबिनेट ने बुधवार को चारधाम श्राइन बोर्ड बनाने का निर्णय लिया है. मंत्रिमंडल के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है. एक तरफ तीर्थ पुरोहित खुले तौर पर चारधाम श्राइन बोर्ड का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रकाश ममगाईं ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना इस्तीफा दे दिया है.

चारों धाम (बदरीनाथ, केदरानाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) को एक छतरी के नीचे लाने के लिए त्रिवेंद्र कैबिनेट ने वैष्णो देवी की तर्ज पर उत्तराखंड चारधाम बोर्ड विधेयक-2019 को मंजूरी दी थी. सरकार का उद्देश्य इस बोर्ड के माध्यम से चारों धाम में व्यवस्था सही करना था. ताकि तीर्थयात्रियों को और अधिक सुविधाएं दी जा सके. लेकिन चारधाम के तीर्थपुरोहित अपने हक-हकूक को लेकर इसका विरोध कर रहे हैं.

चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

पढ़ें- चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन प्रस्ताव को मंजूरी, तीर्थ पुरोहितों ने जताया आक्रोश

तीर्थपुरोहितों के विरोध के देखते हुए आज चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाईं ने सीएम त्रिवेंद्र से मुलाकात की थी. सीएम से उन्होंने श्राइन बोर्ड में कुछ संशोधन करने की बात कही. इसी दौरान ममगई ने सीएम को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया. हालांकि, उपाध्यक्ष शिवप्रसाद ममगाईं का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है.

शिव प्रसाद ममगाईं का कहना है कि अगर चारधाम में पूजा की पद्धति में कोई बदलाव किया गया तो वह अपना पद छोड़ देंगे. इसके साथ ही ममगाईं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें तीन दिसंबर तक का समय दिया है. तीर्थपुरोहितों के सुझाव के बाद एक्ट में बदलाव किया जा सकता है.

Intro:एक्सक्लुसिव रिपोर्ट.....

बीते दिन उत्तराखंड कैबिनेट की हुई बैठक में वैष्णों देवी की तर्ज पर चारधाम में भी चारधाम श्राइन बोर्ड बनाने का निर्णय लेने के बाद मंत्रिमंडल के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है जहां एक और तीर्थ पुरोहित खुले तौर पर चार धाम श्राइन बोर्ड का विरोध कर रहे हैं तो वही चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रकाश ममगई ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना इस्तीफा दे दिया है।


Body:चारधाम की सारी व्यवस्थाओं की कमान सरकार के हाथों में दिए जाने को लेकर बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में वैष्णो देवी के श्राइन एक्ट के तर्ज पर उत्तराखंड चारधाम बोर्ड विधेयक - 2019 को मंजूरी दे दी थी। जिसके बाद से ही चारधाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री के तीर्थपुरोहित अपने हक-हकूक को लेकर चारधाम श्राइन बोर्ड का विरोध कर रहे हैं।


वही विरोध को देखते हुए चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगई, सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात कर श्राइन बोर्ड में कुछ संशोधन करने की बात कही। लिहाजा बातों ही बातों में उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया। हालांकि उपाध्यक्ष शिवप्रसाद ममगाई का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है। 


लेकिन शिव प्रसाद ममगाई का साफ तौर पर कहना है कि अगर चारधाम में पूजा की पद्धति में कोई बदलाव किया गया तो वह अपना पद छोड़ देंगे। इसके साथ ही बताया कि 3 दिसंबर तक का समय मुख्यमंत्री ने दिया है कि त्रितपुरोहितो से सुझाव लेकर एक्ट में बदलाव किया जा सकता है। 


गौर हो की बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में चारधाम श्राइन बोर्ड पर मंत्रिमंडल की मुहर लगने के बाद 4 दिसंबर से आहूत होने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान, उत्तराखंड चारधाम बोर्ड विधेयक - 2019 को सदन के पटल पर पेश किया जाएगा।




Conclusion:
Last Updated : Nov 29, 2019, 2:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.