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अब इंसानी खून का प्यासा नहीं रहा 'राजा'

टस्कर हाथी को नियंत्रित कर इस तरह प्रशिक्षित करने का यह उत्तराखंड में पहला मामला है. खास बात यह है कि अब ये हाथी वन विभाग के पेट्रोलिंग करने के काम आएगा.

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Published : Jun 8, 2019, 6:29 AM IST

Updated : Jun 8, 2019, 2:54 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में 3 लोगों की हत्या कर चुका राजा अब सुधर गया है. राजा अब न केवल अपनी बुरी आदतों को छोड़ चुका है,बल्कि इंसानों से उसकी हमदर्दी बढ़ रही है. जंगल के खूंखार टस्कर राजा पर ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट...

अब इंसानी खून का प्यासा नहीं रहा 'राजा'

वन विभाग के कैंप में इन दिनों 3 लोगों की हत्या करने वाला राजा इंसानों के साथ घुल मिल रहा है. राजा एक तस्कर हाथी है जो हरिद्वार रेंज में तीन लोगों की हत्या कर चुका है. साल 2018 का जनवरी महीना था. जब एक तस्कर हाथी ने हरिद्वार में जंगल से बाहर निकल कर एक के बाद एक दो लोगों की हत्या कर दी थी. इस घटनाओं के बाद बीएचईएल क्षेत्र के लोग दहशत में आ गए थे.

पढ़ें- कई बार कस्टडी से फरार हो चुका कुख्यात, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

उस दौरान इस टस्कर हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग को काफी मेहनत करनी पड़ी थी. इसके इस हाथा पर कॉलर माइक लगाया और इसकी निगरानी की गई. लेकिन वन विभाग की ये कोशिश भी नाकाम रही है. टस्कर हाथी नवंबर में एक बार फिर जंगल से बाहर आया और एक व्यक्ति की जान ले ली.

3 लोगों की हत्या करने के बाद वन विभाग ने निर्णय लिया कि अब इस टस्कर हाथी को कैंप में ही रखा जाएगा. इसके लिए डॉक्टर अदिति शर्मा ने टस्कर हाथी को ट्रेंकुलाइज किया थी, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी हाथी को ट्रेंकुलाइज करने के बाद कैंप में रखने की थी, क्योंकि ये टस्कर हाथी काफी अग्रेसिव था और उसका इंसानों के साथ घुलना मिलना बेहद मुश्किल लग रहा था.

पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बनकर तैयार हुआ पुल, 12 हजार फीट की ऊंचाई पर जवानों को मिलेगी मदद

ऐसे में वन महकमे ने दक्षिण भारत के कुल प्रणाली को अपनाने का निर्णय लिया और राजा को प्रशिक्षित करने के लिए असम से महावत बुलाए गए. फार्मूला कामयाब निकला और कुछ महीनों बाद अब राजा इंसानों के साथ घुलमिल गया है. नए फार्मूले की सफलता से उत्तराखंड वन महकमा काफी उत्साहित है और वह प्रदेश में कई जगहों पर कॉल कैंप स्थापित करने का मन बना रहा है.

टस्कर हाथी को नियंत्रित कर इस तरह प्रशिक्षित करने का यह उत्तराखंड में पहला मामला है. खास बात यह है कि अब ये हाथी वन विभाग के पेट्रोलिंग करने के काम आएगा. वन विभाग के इस कदम के बाद जहां इंसानी जान को हो रहे खतरे को दूर किया गया तो वहीं लोगों के दहशत में आकर जंगली जानवरों के खिलाफ हिंसक होने की संभावना को भी खत्म किया गया है.

देहरादून: उत्तराखंड में 3 लोगों की हत्या कर चुका राजा अब सुधर गया है. राजा अब न केवल अपनी बुरी आदतों को छोड़ चुका है,बल्कि इंसानों से उसकी हमदर्दी बढ़ रही है. जंगल के खूंखार टस्कर राजा पर ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट...

अब इंसानी खून का प्यासा नहीं रहा 'राजा'

वन विभाग के कैंप में इन दिनों 3 लोगों की हत्या करने वाला राजा इंसानों के साथ घुल मिल रहा है. राजा एक तस्कर हाथी है जो हरिद्वार रेंज में तीन लोगों की हत्या कर चुका है. साल 2018 का जनवरी महीना था. जब एक तस्कर हाथी ने हरिद्वार में जंगल से बाहर निकल कर एक के बाद एक दो लोगों की हत्या कर दी थी. इस घटनाओं के बाद बीएचईएल क्षेत्र के लोग दहशत में आ गए थे.

पढ़ें- कई बार कस्टडी से फरार हो चुका कुख्यात, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

उस दौरान इस टस्कर हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग को काफी मेहनत करनी पड़ी थी. इसके इस हाथा पर कॉलर माइक लगाया और इसकी निगरानी की गई. लेकिन वन विभाग की ये कोशिश भी नाकाम रही है. टस्कर हाथी नवंबर में एक बार फिर जंगल से बाहर आया और एक व्यक्ति की जान ले ली.

3 लोगों की हत्या करने के बाद वन विभाग ने निर्णय लिया कि अब इस टस्कर हाथी को कैंप में ही रखा जाएगा. इसके लिए डॉक्टर अदिति शर्मा ने टस्कर हाथी को ट्रेंकुलाइज किया थी, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी हाथी को ट्रेंकुलाइज करने के बाद कैंप में रखने की थी, क्योंकि ये टस्कर हाथी काफी अग्रेसिव था और उसका इंसानों के साथ घुलना मिलना बेहद मुश्किल लग रहा था.

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ऐसे में वन महकमे ने दक्षिण भारत के कुल प्रणाली को अपनाने का निर्णय लिया और राजा को प्रशिक्षित करने के लिए असम से महावत बुलाए गए. फार्मूला कामयाब निकला और कुछ महीनों बाद अब राजा इंसानों के साथ घुलमिल गया है. नए फार्मूले की सफलता से उत्तराखंड वन महकमा काफी उत्साहित है और वह प्रदेश में कई जगहों पर कॉल कैंप स्थापित करने का मन बना रहा है.

टस्कर हाथी को नियंत्रित कर इस तरह प्रशिक्षित करने का यह उत्तराखंड में पहला मामला है. खास बात यह है कि अब ये हाथी वन विभाग के पेट्रोलिंग करने के काम आएगा. वन विभाग के इस कदम के बाद जहां इंसानी जान को हो रहे खतरे को दूर किया गया तो वहीं लोगों के दहशत में आकर जंगली जानवरों के खिलाफ हिंसक होने की संभावना को भी खत्म किया गया है.

Intro:उत्तराखंड में 3 लोगों की हत्या कर चुका राजा अब सुधर गया है... राजा अब न केवल अपनी बुरी आदतों को छोड़ चुका है बल्कि इंसानों से उसकी हमदर्दी बढ़ रही है... जंगल के खूंखार टस्कर राजा पर etv bharat की ये खास रिपोर्ट...


Body:वन विभाग के कैंप में इन दिनों 3 लोगों की हत्या करने वाला राजा इंसानों के साथ घुल मिल रहा है... राजा एक तस्कर हाथी है जो हरिद्वार रेंज में तीन लोगों की हत्या कर चुका है... साल 2018 का जनवरी महीना.. जब एक तस्कर हाथी ने हरिद्वार में जंगल से बाहर निकल कर एक के बाद एक दो लोगों की हत्या कर दी थी इस घटना के बाद बीएचईएल क्षेत्र में लोग दहशत में आ गए... तब वन महकमे ने इस तस्कर हाथी को बमुश्किल ढूंढ कर इस पर कॉलर माइक लगाया और इसकी निगरानी शुरू कर दी लेकिन वन विभाग की कोशिश कामयाब नहीं हो सकी और तस्कर हाथी ने नवंबर में एक बार फिर जंगल से बाहर आकर एक और व्यक्ति की हत्या कर दी।

बाइट डॉक्टर आदिति शर्मा, वेटरनरी ऑफिसर वन विभाग उत्तराखंड

3 लोगों की हत्या करने के बाद वन विभाग ने निर्णय लिया कि तस्कर हाथी को आप कैंप में ही रखा जाएगा और इसके लिए डॉक्टर अदिति शर्मा ने तस्कर हाथी को ट्रेंकुलाइज किया... परेशानी यह थी कि हाथी को ट्रेंकुलाइज करने के बाद कैसे उसे कैंप में रखा जाए क्योंकि राजा बेहद अग्रेसिव था और उसका इंसानों के साथ घुलना मिलना बेहद मुश्किल लग रहा था... ऐसे में वन महकमे ने दक्षिण भारत के कुल प्रणाली को अपनाने का निर्णय लिया और राजा को प्रशिक्षित करने के लिए असम से महावत बुलाए गए... फार्मूला कामयाब निकला और कुछ महीनों बाद अब राजा इंसानों के साथ घुलमिल गया है। नए फार्मूले की सफलता से उत्तराखंड वन महकमा काफी उत्साहित है और वह प्रदेश में कई जगहों पर कॉल कैंप स्थापित करने का मन बना रहा है

बाइट पी के पात्रो, निदेशक राजाजी पार्क


Conclusion:टस्कर हाथी को नियंत्रित कर इस तरह प्रशिक्षित करने का यह उत्तराखंड में पहला मामला है, खास बात यह है कि अब तक का हाथी राजा वन विभाग के पेट्रोलिंग करने के काम आएगा.. जबकि वन विभाग के इस कदम के बाद जहां इंसानी जान को हो रहे खतरे को दूर किया गया है वहीं लोगों के दहशत में आकर जंगली जानवरों के खिलाफ हिंसक होने की संभावना को भी खत्म किया गया है।


पीटीसी नवीन उनियाल देहरादून
Last Updated : Jun 8, 2019, 2:54 PM IST
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