विकासनगर: कहते हैं, जब प्यार होता है, तो ना उम्र देखी जाती है और ना ही जाति. ऐसा ही एक मामला कालसी थाना क्षेत्र अंतर्गत आया है, जहां दो नाबालिग भागकर शादी के बंधन में बंधने जा रहे थे, तभी बाल विकास परियोजना अधिकारी अंजू बढोला मौके पर पहुंची और उनकी शादी रुकवाई. जिसके बाद सहिया पुलिस चौकी पर नाबालिगों की काउंसलिंग कराकर बच्चों को परिजनों के सुर्पुदकर कर दिया गया है.
भागकर शादी कर रहे थे नाबालिग: महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी अंजू बड़ेला को जानकारी मिली कि गांव देव की बालिका (उम्र 15 साल) और ग्राम कोठा तारली का बालक (उम्र 16 साल) द्वारा भागकर शादी की जा रही है. सूचना मिलने के बाद बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सहिया पुलिस चौकी की मदद ली गई और टीम मौके के लिए रवाना हो गई. जिसके बाद पुलिस की मदद से दोनों नाबालिगों की शादी रुकवाई गई.
स्कूलों में चलाए जा रहे कार्यक्रम: : बाल विकास परियोजना अधिकारी कालसी अंजू बढोला ने बताया कि समय-समय पर कालसी क्षेत्र के स्कूल कॉलेज में बेटी बचाओ बेटी पढाओं के तहत कार्यक्रम किए जाते हैं.जिसमें बच्चों को शादी की सही उम्र बताने के साथ-साथ गौरा देवी योजना के बारे में भी बताया जाता है,ताकि बच्चे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ लेते हुए आगे की पढाई जारी रख सके.
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दोनों पक्षों से लिया गया शपथ पत्र: अंजू बढोला ने बताया कि इस तरह के करीब दस केस आ चुके है, जिनकी काउंसलिंग करवाकर उन्हें माता पिता के सुर्पुद किया गया है. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों से शपथ पत्र ले लिया गया है, ताकि दोबारा ऐसी गलती की गई तो दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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