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Pakhro Tiger Safari Scam: CBI ने दर्ज किया मुकदमा, किशनचंद और बृज बिहारी शर्मा घर पर छापेमारी

CBI Files Case in Pakro Range Tiger Safari Scam कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो रेंज में टाइगर सफारी के नाम पर हुए कथित घोटाले में सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेटिंगेशन) ने आज 13 अक्टूबर को बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है. साथ ही हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद और देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा के घर छापेमारी भी की है. Corbett Tree Cutting Case

Pakhro Tiger Safari Scam
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 13, 2023, 10:43 PM IST

देहरादून: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो रेंज में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान मामले में सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेटिंगेशन) ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. मुकदमा दर्ज करने के साथ ही सीबीआई ने शुक्रवार को हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद और देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा के घर छापेमारी की है.

सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद वन विभाग के लेकर शासन तक में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि बीते दिनों ही उत्तराखंड हाईकोर्ट ने पाखरो रेंज में हुए अवैध निर्माण व पेड़ों के कटान मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने सभी दस्तावेज सीबीआई को दे दिए थे. पहले इस मामले में जांच उत्तराखंड विजिलेंस विभाग कर रहा था.

वहीं आज बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है. हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद और देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा के घर छापे मारा है. दोनों जगहों से सीबीआई ने कई दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं. सूत्रों की मानें तो सीबीआई इस मामले में कोई लोगों को नामजद भी कर सकती है. इस मामले में बीते दिनों बीजेपी सरकार में वन मंत्री रहे हरक सिंह रावत को भी नाम सामने आया है. विजिलेंस की टीम हरक सिंह रावत के बेटे के कॉलेज में छापा भी मारा था.
ये भी पढ़ेंः कॉर्बेट में अवैध निर्माण और पेड़ कटान मामले में CBI जांच शुरू, विजिलेंस ने दस्तावेज हैंडओवर किए

क्या पूरा मामला: दरअसल, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की पाखरो रेंज में टाइगर सफारी का निर्माण होना था. आरोप है कि साल 2019 में बिना वित्तीय स्वीकृति के ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था. इतना नहीं पाखरो रेंज में टाइगर सफारी नाम पर अवैध निर्माण भी किया था. साथ ही पेड़ का भी तय मानकों से ज्यादा कटान किया गया.

सच्चाई का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण यानी NTCA (National Tiger Conservation Authority) ने पाखरो रेंज का स्थलीय निरीक्षण किया था. NTCA के स्थलीय निरीक्षण में अनियमितताएं सामने आई थी. मामला सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद विजिलेंस ने हल्द्वानी में मुकदमा दर्ज किया था.

जांच के आधार पर विजिलेंस ने साल 2022 में देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा और हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद को गिरफ्तार किया था. इस मामले में विजिलेंस ने कोर्ट ने चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है, दोनों पर ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज है.

देहरादून: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो रेंज में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान मामले में सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेटिंगेशन) ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. मुकदमा दर्ज करने के साथ ही सीबीआई ने शुक्रवार को हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद और देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा के घर छापेमारी की है.

सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद वन विभाग के लेकर शासन तक में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि बीते दिनों ही उत्तराखंड हाईकोर्ट ने पाखरो रेंज में हुए अवैध निर्माण व पेड़ों के कटान मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने सभी दस्तावेज सीबीआई को दे दिए थे. पहले इस मामले में जांच उत्तराखंड विजिलेंस विभाग कर रहा था.

वहीं आज बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है. हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद और देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा के घर छापे मारा है. दोनों जगहों से सीबीआई ने कई दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं. सूत्रों की मानें तो सीबीआई इस मामले में कोई लोगों को नामजद भी कर सकती है. इस मामले में बीते दिनों बीजेपी सरकार में वन मंत्री रहे हरक सिंह रावत को भी नाम सामने आया है. विजिलेंस की टीम हरक सिंह रावत के बेटे के कॉलेज में छापा भी मारा था.
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क्या पूरा मामला: दरअसल, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की पाखरो रेंज में टाइगर सफारी का निर्माण होना था. आरोप है कि साल 2019 में बिना वित्तीय स्वीकृति के ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था. इतना नहीं पाखरो रेंज में टाइगर सफारी नाम पर अवैध निर्माण भी किया था. साथ ही पेड़ का भी तय मानकों से ज्यादा कटान किया गया.

सच्चाई का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण यानी NTCA (National Tiger Conservation Authority) ने पाखरो रेंज का स्थलीय निरीक्षण किया था. NTCA के स्थलीय निरीक्षण में अनियमितताएं सामने आई थी. मामला सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद विजिलेंस ने हल्द्वानी में मुकदमा दर्ज किया था.

जांच के आधार पर विजिलेंस ने साल 2022 में देहरादून में पूर्व रेंजर बृज बिहारी शर्मा और हरिद्वार में पूर्व डीएफओ किशनचंद को गिरफ्तार किया था. इस मामले में विजिलेंस ने कोर्ट ने चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है, दोनों पर ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज है.

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