देहरादून: राज्य में लॉकडाउन होने के कारण गरीब मज़दूरों को काम न मिलने से अपने परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. वहीं, जनपद के कई ठेकेदार अपने लेबर को छोड़कर चले गए है. जिस कारण लेबर के सामने संकट आ गया है. मामले को गम्भीरता से लेते हुए आज जिलाधिकारी ने टीम बनाकर ऐसे ठेकेदारों की लिस्ट बनाने के लिए कहा गया है, जो ठेकेदार अपनी लेबर को छोड़कर चले गए हैं. वहीं, अगर ठेकेदार दोबारा लेबर को राशन देता है तो सही नहीं तो ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
लॉकडाउन होने के कारण शहर के सभी काम बंद है जिसकी वजह से मजदूर तबके के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में मज़दूरों को यहां से पलायन करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है. वहीं, जिला प्रशासन ने 31 मार्च को सभी ठेकेदारों को निर्देशित किया था कि वह अपनी लेबर को राशन देने का काम करेंगे. लेकिन कई ठेकेदार अपनी लेबर को छोड़ कर चले गए है. ऐसे ठेकेदारों को जिला प्रशासन की टीम ने चिन्हित करके दोबारा से राशन देने के लिए निर्देशित किया गया है और अगर वह नहीं मानते है तो उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा.
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जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिदिन सड़को पर बेवजह घूमने वालो के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. इसके अलावा आज निर्देश दिए गए है कि ऐसे ठेकेदार जिन्होंने अपने लेबर को छोड़ दिया है, ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाए. आज हमने खाद्य अधिकारी और क्षम अधिकारी दोनो को फील्ड में भेजा है. वहीं, राशन न देने वाले ठेकेदारों की लिस्ट बनाई जा रही है यदि कोई दोबारा राशन उपलब्ध करा देता है तो सही अन्यथा ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा.