देहरादूनः थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. मामले में पीड़ित ने अपने रिश्तेदार और एक पुलिसकर्मी (समीक्षक) पर लाखों रुपए हड़पने का आरोप लगाया है. आरोप है कि जब पीड़ित ने रुपए वापस करने को कहा तो पुलिसकर्मी ने फर्जी प्लॉट की रजिस्ट्री करा दी, जिस पर किसी और का कब्जा था. वहीं, पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. साथ ही मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, देहरादून के अपर नत्थनपुर निवासी धनीराम ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें उन्होंने बताया है कि उसका एक बेटा है, जो प्राइवेट जॉब करता है. श्याम सिंह उर्फ सागर सिंह निवासी दुधली डोईवाला उसका रिश्तेदार है. जो पीड़ित के घर पर आता जाता रहता था. जुलाई 2019 को श्याम सिंह अपने साथ विक्रम सिंह जो कि पुलिस तैनात हैं, दोनों उसके घर पर आए और बड़े अधिकारियों से अच्छी जान पहचान की बात कही. साथ ही उसके बेटे को सचिवालय में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया.
इसके एवज में 9 से 10 लाख रुपए मांग लिए. इसके लिए उन्होंने हवाला दिया कि बिना पैसे के सरकारी नौकरी नहीं लगेगी. पीड़ित ने भी अपना रिश्तेदार होने के नाते श्याम सिंह पर विश्वास कर लिया. कुछ दिनों बाद पीड़ित ने श्याम सिंह को 3 लाख रुपए नगद दे दिए. इसके बाद 3 लाख रुपए पीड़ित से सागर सिंह ने विक्रम सिंह के खाते में डलवाए. इस तरह से पीड़ित ने श्याम सिंह को 6 लाख रुपए दे दिए.
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वहीं, पीड़ित ने श्याम सिंह को बाकी 3 लाख रुपए बेटे को ज्वॉइनिंग लेटर मिलने के बाद देने को कहा. इसके कुछ दिनों बाद आरोपी श्याम सिंह ने पीड़ित को फोन कर बताया कि उनके बेटे का ज्वॉइनिंग लेटर साहब की टेबल पर रखा है. ऐसे में 3 लाख रुपए तत्काल दे दो, नहीं तो उनकी बेटे की जगह किसी और का सिलेक्शन हो जाएगा. पीड़ित ने विश्वास करते हुए बाकी के 3 लाख रुपए भी श्याम सिंह को दे दिए.
पीड़ित ने रुपए देने के बाद जब श्याम सिंह से ज्वॉइनिंग लेटर मांगा, जिस पर उसे कहा गया कि कोई रविंद्र साहनी नाम का व्यक्ति है, उसके पास उनके बेटे का ज्वॉइनिंग लेटर है. अभी वो बाहर गया है और कुछ दिनों में आ जाएगा. इसी तरह से एक हफ्ता बीत गया, लेकिन श्याम सिंह का फोन नहीं आया. जिस पर पीड़ित को दोनों पर शक हुआ. इसी दौरान अक्टूबर 2019 में पीड़ित रिटायर हो गया और पीड़ित ने विक्रम सिंह से संपर्क किया.
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वहीं, पीड़ित ने जब उनकी शिकायत करने की धमकी दी तो आरोपी ने अपना एक प्लॉट पीड़ित की पत्नी के नाम रजिस्ट्री कर दी, लेकिन जब पीड़ित ने प्लॉट पर जाकर देखा तो उस पर किसी और का कब्जा था. उसके बाद पीड़ित ने श्याम सिंह से मुलाकात की तो वो टालमटोल करने लगा और उसके बाद धमकी देनी शुरू कर दी. जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
क्या बोली पुलिस? मामले में थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि पीड़ित धनीराम की शिकायत के आधार पर आरोपी श्याम सिंह उर्फ सागर सिंह और विक्रम सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है.