देहरादून: राजधानी में जहरीली शराब पीन से हुई 6 मौतों के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मचा है. नेशविला रोड स्थित पथरिया पीर इलाके में जहरीली शराब मौत प्रकरण में मुख्य शराब माफियाओं की अभी तक गिरफ्तारी न होने स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने से मृत लोगों को परिजनों की मांग है कि इस घटना के शिकार हुए परिवार वालों को सरकार मुआवजा दे, क्योंकि कई परिवारों में रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है. वहीं, इस घटना में भाजपा नेता और पूर्व पार्षद अजय सोनकर का नाम सामने आया है. पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
इतना ही नहीं, कुछ परिजनों ने मांग की है कि जबतक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर नहीं पहुंचते तब तक शवों का दाह संस्कार नहीं किया जाएगा. इतना ही नहीं, इलाके के लोगों ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न होने तक रोड जाम कर अपना विरोध जारी रखेंगे.
मरने वाले लोगों के परिजनों की मांग है कि सरकार इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 10-10 लाख का मुआवजा देने की घोषणा करें क्योंकि कई परिवारों के रोजी रोटी चलाने वाले लोग जहरीली शराब से खत्म हो चुके हैं.
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घटनास्थल पर नहीं पहुंचे राजनेता
पथरिया पीर इलाके के लोगों का आरोप है कि लंबे समय से इलाके में सक्रिय मौत के सौदागरों की शिकायत पुलिस प्रशासन को दी गई थी, लेकिन किसी भी तरह से कोई कार्रवाई न होने से आज नतीजा सबके सामने है.
लोगों का कहना है कि चुनाव के समय घर-घर वोट मांगने वाले राजनीतिक लोग आज के घटनाक्रम में पूरी तरह से नदारद हैं. इतनी बड़ी घटना होने के बाद सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के लोग किसी परिवार की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं. लोगों ने साफ तौर पर कहा कि जबतक मुख्यमंत्री घटनास्थल पर आकर मुआवजा और सख्त कार्रवाई के आश्वासन नहीं देते तब तक इलाके में शवों का दाह संस्कार नहीं होगा और विरोध जारी रहेगा.
पथरिया पीर इलाके में छाया मातम
शराब की वजह से मरने वाले लोगों के परिवारों में मातम छाया हुआ है. अलग-अलग घरों से शवों को दाह संस्कार किए जा रहे हैं. मरने वाले लोगों में ज्यादातर शादीशुदा 25 से 35 साल उम्र के नौजवान हैं. मौत के साए में परिवारों में रोते बिलखते लोग सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
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मुख्य आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी: पार्षद
उधर, पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार पथरिया पीर इलाके में सक्रिय नशे के सौदागर व माफिया के खिलाफ दबिश देकर धरपकड़ जारी है, लेकिन अभीतक मुख्य तौर से जहरीली शराब के सौदागर पुलिस की पकड़ से बाहर बताए जा रहे हैं.
स्थानीय पार्षद सत्येंद्र नाथ और लोगों की मानें तो पथरिया पीर सहित शहर के कई इलाकों में सबसे बड़े स्तर पर जहरीली शराब के सप्लायर के रूप में योगेंद्र नेगी उर्फ राजा, अजय सोनकर उर्फ घोंचू और कृपाल नेगी हैं, जबकि इनके संरक्षण में विशाल, मच्छर, गौरव जैसे लोग छोटी भूमिका में घर-घर तक जहरीली शराब पहुंचाने का काम करते हैं.
भारी मात्रा में फोर्स तैनात
दूसरी ओर पथरिया पीर घटनास्थल इलाके में भारी संख्या में एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दी गई है. साथ ही शराब माफियाओं की धर पकड़ जारी है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस कबतक जहरीली शराब की बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है.
क्या है पूरा मामला?
राजधानी देहरादून के नेशविला रोड पर पथरिया पीर नई बस्ती इलाके में 6 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है. 3 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है. जिनको अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, 6 में से तीन लोगों की गुरुवार को ही मौत हो गई थी, जबकि अन्य 2 की शुक्रवार को मौत हुई. वहीं दो व्यक्तियों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. इस घटना के बाद शासन-प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है.
इस मामले में अबतक जिलाधिकारी सी रविशंकर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये हैं. 15 दिन में जांच पूरी करने की समय सीमा तय की गई है. वहीं, देहरादून एसएसपी ने कोतवाली प्रभारी शिशुपाल सिंह नेगी, धारा चौकी प्रभारी कुलवंत सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पथरिया पीर इलाके में अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है.
पुलिस ने इस मामले में अभीतक एक आरोपी गौरव की मां को हिरासत में लिया है. सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. जिन आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है उनमें घोंचू ,पंकज, गौरव, राजा और विशाल हैं.